इस युवा इंजीनियर को Google में मिला 60 लाख का पैकेज, पिछले साल फेसबुक में किया था इंटर्नशिप

हर युवा इंजीनियर यह सपना देखता है कि उसे दुनिया के सबसे बड़े सर्च इंजन गूगल में काम करने का मौका मिले, लेकिन यह मौका लाखों में किसी एक को मिलता है। आईआईआईटी बेंगलुरु से पढ़ाई करने वाले केबी श्याम ऐसे ही भाग्यशाली शख्स हैं, जिनका सिलेक्शन गूगल कंपनी के लिए हुआ। 
 

करियर डेस्क। हर युवा इंजीनियर यह सपना देखता है कि उसे दुनिया के सबसे बड़े सर्च इंजन गूगल में काम करने का मौका मिले, लेकिन यह मौका लाखों में किसी एक को मिलता है। आईआईआईटी बेंगलुरु से पढ़ाई करने वाले केबी श्याम ऐसे ही भाग्यशाली शख्स हैं, जिनका सिलेक्शन गूगल कंपनी के लिए हुआ। 22 साल के केबी श्याम ने अभी इंजीनियरिंग का अपना कोर्स पूरा ही किया था कि उन्हें गूगल से जॉब का ऑफर मिला। उन्हें सालाना 60 लाख का पैकेज दिया गया है। केबी श्याम ने पिछले महीने अक्टूबर में गूगल के पोलैंड ऑफिस में जॉइन किया। उन्होंने कहा कि वे Google cloud प्लैटफॉर्म पर काम करेंगे। 

फेसबुक में रह चुके हैं इंटर्न
बता दें कि केबी श्याम जब आईआईआईटी, बेंगलुरु में चौथे साल की पढ़ाई कर रहे थे, तभी उन्हें फेसबुक ने इंटर्नशिप के लिए चुना था। साल 2018 में उन्होंने फेसबुक के लंदन स्थित ऑफिस में बतौर इंटर्न काम किया था। लेकिन वे अपना करियर प्रोग्रामिंग में ही बनाना चाहते थे।  

Latest Videos

डुअल डिग्री कोर्स किया है श्याम ने
मूल रूप से तमिलनाडु के रहने वाले केबी श्याम ने आईआईआईटी बेंगलुरु से 5 साल का एमटेक (डुअल डिग्री कोर्स) किया है। वे बचपन से ही पढ़ाई में काफी तेज थे और इंजीनिरिंग के क्षेत्र में करियर बनाना चाहते थे। उन्हें प्रोग्रामिंग में शुरू से ही काफी इंटरेस्ट था। 12वीं में उन्हें 95.2 प्रतिशत अंक मिले थे। इसके पहले भी वे हमेशा अच्छे अंकों से परीक्षा पास करते रहे।

प्रोग्रामिंग कॉम्पिटीशन में लेते थे भाग
केबी श्याम प्रोग्रामिंग के कॉम्पिटीशन में भाग लेते थे। उन्होंने ACM-ICPC (Inter-collegiate competition) में अपनी टीम के आदित्य पालीवाल और सिमरन दोकाना के साथ भाग लिया था और फाइनल में पहुंचे थे। इस कॉम्पिटीशन में दुनिया भर से 128 टीमों ने भाग लिया था। इसे प्रोग्रामिंग कॉम्पिटीशन में बहुत बड़ा स्थान हासिल है। इस कॉम्पिटीशन को प्रोग्रामिंग का ओलिम्पिक भी कहा जाता है। केबी श्याम का कहना है कि प्रोग्रामिंग कॉम्पिटीशन्स में भाग लेने से काफी एक्सपीरियंस मिलता है। उन्होंने कहा कि इन कॉम्पिटीशन में भाग लेने से उन्हें गूगल में जॉब पाने में मदद मिली। उनका कहना है कि इंजीनियरिंग के जो भी स्टूडेंट गूगल में काम करना चाहते हैं, उन्हें प्रोग्रामिंग कॉम्पिटीशन्स में भाग लेना चाहिए। इससे गूगल में इंटरव्यू की तैयारी करने में मदद मिलती है।    


 

Share this article
click me!

Latest Videos

Year Ender 2024: Modi की हैट्रिक से केजरीवाल-सोरेन के जेल तक, 12 माह ऐसे रहे खास
'फिर कह रहा रामायण पढ़ाओ' कुमार विश्वास की बात और राजनाथ-योगी ने जमकर लगाए ठहाके #Shorts
Arvind Kejriwal की Sanjeevani Yojana और Mahila Samman Yojana पर Notice जारी, क्या है मामला
LIVE🔴: केसी वेणुगोपाल, जयराम रमेश और पवन खेड़ा द्वारा प्रेस वार्ता
हिंदुओं पर हमले से लेकर शेख हसीना तक, क्यों भारत के साथ टकराव के मूड में बांग्लादेश?