क्या है ये DEI, डिटेल में समझिए किसी संस्थान की ग्रोथ के लिए क्यों है महत्वपूर्ण

डीईआई यानी डाइवर्सिटी, इक्विटी और इन्क्लुजन ये तीन चीज ऐसी है, जो किसी भी संस्थान में अगर हों, तो उसे शिखर पर पहुंचा सकती हैं। न सिर्फ कस्टमर सटिस्फेक्शन बल्कि, इम्पलॉयी सटिस्फेक्शन और शेयर होल्डर्स की पूरी क्षमता का इस्तेमाल किया जा सकता है। 

करियर डेस्क।  इनोवेशन वह फ्यूल यानी इंधन है जो कारोबार के विकास को बढ़ावा देता है। हालांकि, अब रियलिटी सर्च यानी वास्तविक खोज में यह खोजा जा रहा है कि ऐसी वह कौन सी चीज है, जो इनोवेशन को बढ़ावा देती है। हालांकि, एक्सपर्ट की मानें तो एक प्रमुख घटक है, जिसमें डाइवर्सिटी यानी विविधता, इक्विविटी और इन्क्लुजन यानी समावेश (DEI) है, जो इनोवेशन में सहायक है। बड़े पैमाने पर यह कहा गया है कि विविधता पूरे कारोबार को स्पेक्ट्रम में अवसर प्रदान करती है। 

वहीं, इक्विटी के साथ मिक्सअप कल्चर है और संगठन इसमें विकसित होते हैं। वहीं, अंत में इन्क्लुजन यानी समावेशन एक ऐसा कल्चर विकसित करता है, जहां सभी कर्मचारी कुछ बेहतर और अलग महसूस करते हैं। कुल मिलाकर ये कारण हैं, जो DEI को महत्वपूर्ण और व्यावसायिक जरूरत बनाते हैं। रिपोर्ट्स पर गौर करें तो स्पष्ट है कि जिन कंपनियों में विविधता और समावेशन यानी डी और आई के प्रति बेहतर जागरुकता तथा प्रणालियां हैं, वे दूसरे संस्थानों की तुलना में वित्तीय रूप से ज्यादा मजबूत हैं। 

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संस्थान में महिलाओं की संख्या ज्यादा तो विकास अधिक 

वहीं, जिन संगठनों की टीम में एक तिहाई से अधिक महिला कर्मचारी शामिल हैं, उन संगठनों में अन्य की तुलना, जहां केवल 10 प्रतिशत से भी कम महिला कर्मचारी है, में 48 प्रतिशत अधिक कंप्टिटिव यानी प्रतिस्पर्धात्मक बढ़त है। कंपनियों में डीईआई की पहल के लिए मामला बढ़ रहा है, क्योंकि यह अधिक व्यावसायिक सफलता के लिए ज्यादा बेहतर होना चाहिए। इसके प्रभावी होने से ऐसे संगठन 6 गुना से ज्यादा नए और चुस्त हो सकते हैं। साथ ही बड़े टारगेट को लेकर 8 गुना ज्यादा सहज हो सकते हैं। इसमें ऑफिसों में कर्मचारियों और टीमों के साथ-साथ जितने भी शेयर होल्डर्स और कस्टमर्स, डिस्ट्रीब्यूटर्स हैं, के बीच बातचीत के अवसर को बढ़ावा देने का प्रयास करते हैं, जिससे इन्क्लुजन यानी समावेशन संस्कृति के बारे में जागरुकता पैदा की जा सके और जरूरत पड़े तो बाधाओं को दूर किया जा सके। 

कर्मचारियों के लिए समान अवसर 

इसमें मानव संसाधन यानी ह्यूमन रिसोर्स (एचआर) को संस्थान के इंफ्रास्ट्रक्चर, कर्मचारियों का डाटा और इसे ट्रैक करने के लिए मौजूदा प्रणाली को और अधिक आकर्षक, विकसित और सही रणनीति के साथ तैयार करना चाहिए। एचआर पहले यह जांचे और मूल्यांकन करे कि क्या विकास और विकास के लिए सभी कर्मचारियों को समान अवसर प्रदान किए जा रहे हैं। इसके बाद वे यह जांच सकते हैं कि क्या उनका टॉप मैनेजमेंट कस्टमर्स और कर्मचारियों के डाइवर्सिटी पूल का पर्याप्त प्रतिनिधित्व कर रहा है। 

DEI कल्चर का निर्माण कैसे हो- 

इसके लिए संस्थान अपनी व्यावसायिक दृष्टि और रणनीति को मुख्य तत्व बनाएं व्यावसायिक हितधारकों की क्षमता का फायदा उठाने के लिए उन्हें अपनी व्यावसायिक दृष्टि और स्ट्रेटेजिक प्लान में शामिल करें। जिन संगठनों के पास लॉन्गटर्म विजन है, वे अपने सभी शेयर होल्डर्स के इंटरनल और एक्सटर्नल हितों को ध्यान में रखते हैं। यह आगे बढ़ने का सबसे अच्छा तरीका है कि एकसाथ बढ़ा जाए। 

जागरुकता बढ़ाएं और सीखें भी 
विविधता यानी डाइवर्सिटी और समावेशन यानी इन्क्लुजन पर निष्पक्ष और सम्मानजनक बातचीत के लिए प्रयास हो। संगठन के भीतर एक खुली और सीखने वाली संस्कृति को प्रोत्साहित किया जाए। टीम के सदस्यों में स्वीकार्यता बढ़ाएं। जागरुकता के जरिए सामंजस्य बिठाएं और ऐसी एक्टिविटी आयोजित करते रहे, जिससे विविधता, इक्विटी और समावेशन को बढ़ावा मिले। जैसे- अलग-अलग सेमिनार और ट्रेनिंग प्रोग्राम। 

टारगेट अचीव करने में क्या मददगार होगा  
कर्मचारी संसाधन समूह कर्मचारियों को अपने काम के टारगेट को पूरा करने और इस पर ध्यान केंद्रित करने में मदद करेगा। कर्मचारियों को उनकी इमिडिएट टीम से अलग अन्य सहयोगियों के साथ भी ज्यादा विविध संबंध बनाने के अवसर देने चाहिए। साथ ही, संस्थानों को एक स्थायी सांस्कृतिक बदलाव के लिए भी तैयार रहना होगा।  इसमें तय करना होगा कि आपके लीडर DEI कांसेप्ट को विस्तृत रूप से लागू करने के लिए न सिर्फ तैयार बल्कि, प्रतिबद्ध भी हैं। इससे कर्मचारियों को ज्यादा जवाबदेह बनाया जा सकेगा। लीडर्स को मान्यता दें और उनके लिए सीखने के ज्यादा बड़े अवसर को आगे लाएं। उन्होंने जो सीखा है उसे प्रदर्शित करें, जिससे वे विविधतापूर्ण संस्कृति यानी डाइवर्सिटी कल्चर को विकसित करने में मदद कर सकें। 

जरूरतों और चिंताओं को दूर करने पर काम 
DEI पर आगे बढ़ना सांस्कृतिक रूप से समावेशी और टिकाऊ संगठन बनाने के लिए जरूरतों और चिंताओं को दूर करने की दिशा में ये शुरुआती कदम हैं। DEI के नेतृत्व वाला दृष्टिकोण कर्मचारियों को अधिक ऊर्जावान,  ज्यादा प्रोडक्टिव और टारगेट के प्रति सहज होने में सक्षम और सशक्त बनाएगा। यदि आप वित्तीय रूप से विकसित, ग्राहक केंद्रित यानी कस्टमर सेंट्रिक और कर्मचारी हितैषी संगठन बनते हैं, तो DEI वह कवच है, जिसकी आपको अपने रास्ते में आने वाली अप्रत्याशित वैश्विक चुनौतियों से निपटने की बेहद जरूरत होगी। 

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