यूपीएससी के इंटरव्यू में पूछा,आप इतने दुबले क्यों हो? कैंडिडेट ने दिया ये मजेदार जवाब

एक इंटरव्यू में  यूपीएससी के पूर्व चेयरमैन दीपक गुप्ता ने बताया कि इंटरव्‍यू  बोर्ड के सदस्‍य ने उम्‍मीदवार से आखिर ऐसा कौन सा सवाल पूछा था, जिसका जवाब इंटरव्‍यू के सदस्‍यों को बहुत रोचक लगा था
 

Asianet News Hindi | Published : Dec 5, 2019 12:14 PM IST / Updated: Dec 05 2019, 05:48 PM IST

नई दिल्ली: देश की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक यूपीएससी की परीक्षा है इस परीक्षा की तीन स्‍टेज होती हैं। इस परीक्षा में तीन फेज होते है  प्री, मेन्‍स और इंटरव्‍यू. लिखित परीक्षा  प्री और मेन्‍स के साथ-साथ इसका इंटरव्‍यू भी बड़ा मुश्‍किल माना जाता है।  कई बार उम्‍मीदवारों को परखने के लिए इतने मुश्‍किल सवाल पूछे जाते हैं कि अच्‍छे-अच्‍छे कैंड्डीटे्स का सिर चकरा जाता है। वे समझ नहीं पाते कि आखिर क्‍या जवाब दें कई बार तो स्‍थिति ऐसी बन जाती है कि वे सहम जाते हैं। ऐसे में एक इंटरव्यू में  यूपीएससी के पूर्व चेयरमैन दीपक गुप्ता ने बताया कि इंटरव्‍यू  बोर्ड के सदस्‍य ने उम्‍मीदवार से आखिर ऐसा कौन सा सवाल पूछा था, जिसका जवाब इंटरव्‍यू के सदस्‍यों को बहुत रोचक लगा था।

चेयरमैन दीपक गुप्‍ता एक पुराने वाकये को याद करते हुए बताते हैं, एक बार इंटरव्यू बोर्ड के सदस्य ने उम्मीदवार से पूछा-आप इतने दुबले पतले क्यों हैं?

उम्मीदवार ने जवाब में कहा- सर, आईएएस कोई मजाक नहीं है और इलाहाबाद यूनिवर्सिटी कोई सेनेटोरियम (जहां मरीजों को स्वस्थ करने के लिए लंबे समय तक रखा जाता है) नहीं है। यूपीएससी के पूर्व चेयरमैन ने कहा- तो इस तरह आपके अंदर से एक ईमानदार आदमी की झलक दिखनी चाहिए। आपको अपनी बात  कहना सवाल-जवाब करना आना चाहिए भविष्‍य में आपको बहुत बड़ी जिम्मेदारी संभालनी है।

कौन है दीपक गुप्ता

दीपक गुप्ता ने सेंट स्टीफन कॉलेज से मास्टर और जेएनयू से इंटरनेशनल रिलेशन में एमफिल किया हुआ है। 2011 में मिनिस्ट्री ऑफ रिन्यूवल एनर्जी (MNRE) में सेक्रेटरी पद से रिटायर होने के बाद वह कंसल्टेंट के तौर पर वर्ल्ड बैंक व UNIDO में भी रहे। वर्तमान में वह NSEF के महानिदेशक हैं। हर वर्ष यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा तीन चरणों -- प्रारंभिक, मुख्य परीक्षा और साक्षात्कार-- में आयोजित की जाती है। इसके जरिए भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस), भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) और भारतीय विदेश सेवा (आईएफएस) सहित अन्य सेवाओं के लिए चयन किया जाता है।

(फाइल फोटो)

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