जावेद और शबाना की शादी 1984 में हुई थी जिसको अब 35 साल हो गए हैं।
मुंबई. 5 बार राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित शबाना आजमी ने बुधवार को अपना 69वां बर्थडे सेलिब्रेट किया। उनका जन्म 18 सितंबर, 1950 को हैदराबाद में हुआ था। उन्हें पहली बार 1975 में फिल्म 'अंकुर', फिर 1983 में 'अर्थ', 1984 में 'खंडहर', 1985 में 'पार' और 1999 में फिल्म 'गॉडमदर' के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। इसके अलावा सफलात के साथ ही उनके जावेद अख्तर के साथ प्यार के किस्से भी उस दौर में खूब रहे थे। उनके बर्थडे के मौके पर दोनों की लव स्टोरी बता रहे हैं।
एक्ट्रेस के पिता से लेखनी सीखते थे जावेद
बात तब की है जब 1970 में जावेद शबाना के पिता कैफी आजमी से लिखने की कला सीखते थे। जावेद अख्तर और शबाना आजमी के बीच इसी दौरान नजदीकियां बढ़ीं। दोनों के बीच अफेयर की भनक मीडिया को भी लग गई। हालांकि जावेद उस समय शादीशुदा थे। शबाना को लेकर आए दिन जावेद अख्तर और हनी (जावेद की पत्नी) के बीच खटपट होने लगी। बच्चों जोया और फरहान अख्तर के कारण जावेद, हनी को छोड़ना नहीं चाहते थे। रोज-रोज घर में झगड़े होते देख हनी ने जावेद को शबाना के पास जाने की इजाजत दे दी। उन्होंने जावेद से कहा कि वो शबाना के पास जाएं और बच्चों की चिंता ना करें। तब जावेद ने हनी को तलाक दे दिया और शबाना से शादी कर ली।
पिता कैफी आजमी को नहीं थी शादी मंजूर
एक ओर जहां जावेद अख्तर और शबाना शादी के लिए तैयार थे, वहीं, एक्ट्रेस के पिता इस शादी से खुश नहीं थे। कैफी आजमी को लगता था कि उनकी बेटी की वजह से जावेद और हनी के बीच दरार आई। साथ ही वो नहीं चाहते थें कि शबाना एक शादीशुदा आदमी से शादी करें। शबाना ने पिता को यकीन दिलाया कि जावेद का घर उनकी वजह से नहीं टूटा है, तब जाकर कैफी आजमी ने शादी के लिए हामी भरी।
35 साल से साथ हैं जावेद और शबाना
जावेद और शबाना की शादी 1984 में हुई थी जिसको अब 35 साल हो गए हैं। लेकिन अपने बच्चों से भी मिलते रहे और हनी भी उनके जन्मदिन पर उनसे मिलने जाया करती हैं। हनी ने एक इंटरव्यू कहा था कि वे और शबाना एक दूसरे की बहुत इज्जत करती हैं लेकिन ऐसा नहीं है कि वे सहेलियां हैं।