
दुर्ग, छत्तीसगढ़. CAA और NRC के विवाद के बीच छत्तीसगढ़ में पिछले 2 साल से रह रही बांग्लादेशी महिला को पुलिस ने अरेस्ट किया है। यहां की जामुल थाना पुलिस ने हाउसिंग बोर्ड 32 एकड़ क्षेत्र में अवैध तरीके से रह रही इस बांग्लादेशी महिला को अरेस्ट किया है। वो मलेशिया भागने की फिराक में थी। लेकिन इससे पहले कि वो अपने मंसूबों में कामयाब होती, किसी ने उसकी खबर पुलिस तक पहुंचा दी।
टोटल फर्जी निकली महिला...
पकड़ी गई महिला का नाम आशा अख्तर है। वो बांग्लादेश की नागरिक है। लेकिन यहां उसने अपना फर्जी नाम प्रिया पराड़कर रख लिया था। पुलिस को उसके पास से जाली कागजात जैसे- भारतीय पासपोर्ट, वोटर आईडी, पैन कार्ड आदि बरामद हुए हैं। महिला की गतिविधियां संदिग्ध देखकर किसी ने उसकी खबर पुलिस तक कर दी थी। थाना प्रभारी लक्ष्मण कुमैठी ने बताया कि आशा अख्तर जब भारत आई, तो उसकी पहचान महाराष्ट्र के रहने वाले हेमंत पराड़कर से हुई। इस दौरान महिला का वीजा एक्सपायर हो गया था। इसके बाद दोनों ने फर्जी कागजात से शादी कर ली। वे दोनों यहां हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में आकर रहने लगे। इसके बाद दोनों ने धीरे-धीरे अपने सभी कागजात फर्जी तरीके से तैयार करा लिए। यह कपल फर्जी भारतीय पासपोर्ट के जरिये मलेशिया भागने की फिराक में था। उल्लेखनीय है कि इससे पहले कवर्धा में 14 जनवरी को पंडरिया थाना क्षेत्र के पास से भी एक संदिग्ध पकड़ा गया था। आरोपी 33 वर्षीय खर्शीद शेख पिता नूर हुसैन भी बांग्लादेशी था। वो पश्चिम बंगाल की सीमा के जरिये भारत में दाखिल हुआ था।
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