कांग्रेस सरकार के मंत्री का शर्मनाक बयान, अपने राज्य के रेप को हाथरस की घटना से बताया छोटा...

शभर में हाथरस गैंगरेप मामले को लेकर गुस्सा है। लोगों का आक्रोश अभी खत्म हुआ नहीं हुआ है। इसी बीच छत्तीसगढ़ के बलरामपुर में एक रेप की घटना सामने आई है। जिसको लेकर कांग्रेस सरकार के मंत्री ने अपने राज्य की बलात्कार की घटना को हाथरस कांड से छोटा बता दिया।

Asianet News Hindi | Published : Oct 4, 2020 1:57 PM IST / Updated: Oct 04 2020, 07:29 PM IST

रायपुर. देशभर में हाथरस गैंगरेप (Hathras Gang Rape Case) मामले को लेकर गुस्सा है। लोगों का आक्रोश अभी खत्म हुआ नहीं हुआ है। इसी बीच छत्तीसगढ़ के बलरामपुर में एक रेप की घटना सामने आई है। जब मीडिया ने भूपेश बघेल सरकार के एक मंत्री से इस मामले पर बात की तो उन्होंने अपने राज्य की इस बलात्कार की घटना को हाथरस कांड से तुलना करते हुए इसे छोटा बता दिया।

देशभर में मंत्री जी के बयान की हो रही आलोचना
दरअसल, बलरामपुर में 14 साल की लड़की से रेप हुआ तो प्रेस कॉन्फ्रेंस में  एक पत्रकार ने उनसे इस घटना के बारे में पूछा। तो कांग्रेस सरकार के श्रम मंत्री शिवकुमार डहरिया ने कहा- दुष्कर्म की यह तो छोटी- मोटी  घटना है जांच चल रही है, लेकिन हाथरस जैसी नहीं। इतना उन्होंने  रमन सिंह से उल्टा सवाल कर लिया की वह क्या कर रहे थे जब हाथरस में ये घटना हो गई। मंत्री जी के इस बयान को लेकर देशभर में उनकी अलोचना हो रही है।

Latest Videos

बीजेपी ने कहा-यह बयान मंत्री के मानसिकता दिखाता है
मंत्री के बयान के खिलाफ बीजेपी ने मोर्चा खोल दिया है। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि कांग्रेस सरकार के मंत्री का ये बयान शर्मनाक है। कहा रेप की घटना कैसे छोटी या बड़ी हो सकती है। यह बयान मंत्री के मानसिकता को बताता है। जब मीडिया में डहरिया की किरकिरी हुई तो बाद में उन्होंने सफाई देते हुए कहा-मेरे बयान को तोड़ मरोड़ के पेश किया  है।

Share this article
click me!

Latest Videos

आजादी के बाद से कांग्रेस ने अपनी राजनीति झूठ और धोखे पर बनाई है: पीएम मोदी
LIVE: प्रियंका गांधी ने कलपेट्टा के मुत्तिल में एक नुक्कड़ सभा को संबोधित किया।
राजनीति से संन्यास लेने जा रहे हैं शरद पवार! दे दिया ये बड़ा संकेत
LIVE: पीएम मोदी ने गुजरात में राष्ट्रीय एकता दिवस कार्यक्रम में भाग लिया
Chhath Puja 2024: छठ पूजा में छठी मैया को क्या लगाएं भोग ?