कोरोना काल में में सुसाइड के मामले आए दिन सामने आ रहे हैं। ऐसी ही एक दुखद घटना छत्तीसगढ़ में हुई, जहां एक महिला डॉक्टर ने अपने ही पांच साल के मासूम बेटे के सामने फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया।
बलरामपुर (छत्तीसगढ़). कोरोना काल में में सुसाइड के मामले आए दिन सामने आ रहे हैं। ऐसी ही एक दुखद घटना छत्तीसगढ़ में हुई, जहां एक महिला डॉक्टर ने अपने ही पांच साल के मासूम बेटे के सामने फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया।
सामने नहीं आई मौत की वजह
दरअसल, यह घटना बलरामपुर जिले में हुई, जहां सरकारी अस्पताल में पदस्थ महिला डॉक्टर खुशबू सिंह ने दुपट्टे का फंदा बनाकर पंखे से बांध आत्महत्या कर ली। पुलिस ने रविवार के दिन महिला के शव का पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया। हालांकि पुलिस अभी तक युवती के मरने के पीछे की वजह का पता नहीं लगा सकी है।
5 साल के बेटे के सामने महिला की सुसाइड
बताया जाता है कि मृतका जिस वक्त यह कदम उठाया उस समय उसका पांच साल का बेटा भी मौजूद था। जैसे वो आधी रात को फांसी पर झूली तो बेटे की नींद खुल गई और वह घबराया हुआ अपने नाना-नानी के पास आकर बोला मम्मी को कुछ हो गया है। बच्चे की बात सुनते ही जैसे ही माता-पिता कमरे में पहुंचे तो देखा पंखे से उसका शव लटक रहा था। किसी तरह परिजन उसे अस्पताल लेकर गए, जहां डॉक्टर ने खुशबू को मृत घोषित कर दिया।
नौकरी की वजह से अलग-अलग रहते हैं पति-पत्नी
बता दें कि खुशबू की शादी साल 2013 में मुंबई में रहने वाले पुनीत सिंह से हुई थी। पति मुंबई में ही रहकर निजी कंपनी में जॉब करता है, वहीं खुशबु सरकारी नौकरी की वजह से बलरामपुर में अपने माता-पिता के साथ रहती थी। मृतका के पिता ने बताया कि रात में ऐसे कोई बात नहीं हुई थी, सब लोगों ने एक साथ खाना खाया था। जिसके बाद से बेटी बच्चे को लेकर अपने कमरे में सोने के लिए चली गई थी। फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और घरवालों से पूछताछ की जा रही है।