कुत्तों की वफादारी को लेकर यूं ही किस्से नहीं हैं। समय-समय पर कुत्तों की वफादारी से जुड़े मामले सामने आते रहते हैं। यह मामला छत्तीसगढ़ के कोरबा का है। अगर यह कुत्ता न होता, तो बच्ची की जिंदगी बच पाना शायद संभव नहीं हो पाता।
कोरबा(छत्तीसगढ़). इस सवा साल की मासूम का नाम आरती है। बच्ची इमलीडुगगू बस्ती में रहती है। मामला कुछ दिन पुराना है। लेकिन इसे लेकर चर्चाएं बनी हुई हैं। हुआ यूं कि आरती अपनी दादी के संग घर के बाहर बैठी थी। अचानक एक सूअर आया और बच्ची को मुंह में दबाकर भागने लगा। यह देखकर दादी की तो मानों आवाज ही नहीं निकली। बच्ची की चीख सुनकर आसपास के लोग सूअर के पीछे दौड़े। इसी बीच वहां बैठा एक कुत्ता भौंकते हुए सूअर की ओर दौड़ा। लोगों से पहले कुत्ता सूअर के पास पहुंच गया और सूअर से भिड़ गया। सूअर ने पहले तो कुत्ते पर हमला करने की कोशिश की, लेकिन कुत्ते की बहादुरी देखकर वो बच्ची को छोड़कर भाग गया। बच्ची को सलामत देखकर लोगों ने राहत की सांस ली।
सूअर के दांत गड़ने से बच्ची मामूली घायल हुई। इस घटना के बाद मोहल्लेवाले कुत्ते की बहादुरी से भावुक हो उठे। अब वो सारे मोहल्ले का प्यारा हो गया है। लोगों ने कहा कि अगर कुत्ता बहादुरी नहीं दिखाता, तो बच्ची के साथ पता नहीं क्या हो जाता। लोगों ने बताया कि इस बच्ची की कुत्ते के संग अच्छी दोस्ती है। वो दोनों खेलते हैं।