यह दुखद घटना मंगलवार को गुजरात से ओडिशा जा रही एक श्रमिक स्पेशल ट्रेन में घटी। जहां ओडिशा के रहने वाले मजदूर प्रफुल स्वाईं की महासमुंद पहुंचने से पहले ही मौत हो गई। उसके साथ इस यात्रा में मृतक का बेटा अनिल और अन्य परिजन भी साथ थे। बेटे ने महासमुंद के मुक्तिधाम में नम आंखों से अपने पिता का अंतिम संस्कार किया।
रायपुर (छत्तीसगढ़). कोरोना संकट काल में कई प्रवासी मजदूरों की घर पहुंचने से पहले ही जान जा रही हैं। ऐसा ही एक मामला ओडिशा से लौट रहे मजदूरों के एक जत्थे में शामिल एक मजदूर की ट्रेन में तबीयत बिगड़ने के बाद उसकी मौत हो गई।
वीडियो कॉल कर मां को कराए पिता के अंतिम दर्शन
दरअसल, यह दुखद घटना मंगलवार को गुजरात से ओडिशा जा रही एक श्रमिक स्पेशल ट्रेन में घटी। जहां ओडिशा के रहने वाले मजदूर प्रफुल स्वाईं की महासमुंद पहुंचने से पहले ही मौत हो गई। उसके साथ मृतक का बेटा अनिल और अन्य परिजन भी थे। बेटे ने महासमुंद के मुक्तिधाम में पिता का अंतिम संस्कार किया। इस दौरान बेबस बेटे ने मां और परिजनों को वीडियो कॉल कर पिता के अंतिम दर्शन और अंतिम संस्कार को लाइव दिखाया।
बेटे ने बताई पिता की भावुक बातें...
जानकारी के मुताबिक, मृतक सूरत की एक साड़ी मिल में काम करता था। लॉकडाउन की वजह काम बंद हुआ तो वह 23 मई को वह बेटे अनिल के साथ श्रमिक ट्रेन से अपने गांव रवाना हुआ। बेटे ने बताया कि पापा ने कहा था - अब हम कभी बाहर नहीं जाएंगे। जैसे भी होगा अपने गांव में ही मेहनत करके कमाएंगे। लेकिन घर पहुंचने से पहले ही उन्होंने दम तोड़ दिया।