छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित जिले कोंडागांव में रविवार 13 नवंबर की रात एक सनसनीखेज वारदात हुई। यहां के पुलिस थाने में तैनात सहायक कांस्टेबल ने खुद की सर्विस रिवाल्वर से गोली मारकर सुसाइड कर लिया। प्रारंभिक जांच में इसकी वजह फैमिली विवाद मानी जा रही है।
कोंडागांव (Kondagaon). छत्तीसगढ़ प्रदेश अक्सर ही नक्सलवाद से प्रभावी रहा है। इसके चलते ही कोंडागांव जिलें में नक्सल प्रभावी इलाके में पुलिस चौकी स्थापित की गई है। वहां से एक कांस्टेबल की मृत्यु का सनसनीखेज मामला सामने आया है। हालांकि यह वारदात किसी नक्सली द्वारा नहीं का गई है, बल्कि पुलिस कर्मचारी ने खुद सुसाइड किया है। उसने थाने में खुद की सर्विस रिवाल्वर से इस घटना को अंदाम दिया है। पुलिस ने उसकी बॉडी को मॉर्चरी में रखवाया है। प्रारंभिक जांच में यह परिवारिक विवाद का मामला नजरा आ रहा है। घटना रविवार 13 नवंबर की रात की है।
परिवार मिलने आया और जाने के कुछ देर बाद थाने में दिखा दर्दनाक नजारा
पुलिस ने जानकारी दी कि धनोरा थाने में संतरी की ड्यूटी पर तैनात सहायक कांस्टेबल से परिवार के कुछ सदस्य मिलने आए थे। परिवार के लोगों में मृतक की मां और उसका भतीजा था। परिजनों से मिलने के बाद पुलिस कर्मचारी कुछ तनाव में था क्योंकि उनके बीच किसी बात को लेकर कहासुनी हुई थी। इसके बाद मृतक ने अपने बैरक में इंट्री की और खुद को गोली मार ली। मृतक ने बंदूक अपने गले के पास रखकर खुद को गोली मार ली। गोली की आवाज सुनकर उसके साथी मौके पर पहुंचे जहां वह लहुलुहान हालत में पड़ा हुआ था। उसे तुरंत हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। मृतक की पहचान राजेंद्र ठाकुर (35), निवासी बहमनी गांव के रूप में हुई है।
पारिवारिक विवाद के कारण से किया ऐसा- पुलिस
SDOP भूपत सिंह ने बताया कि एक पुलिस कांस्टेबल द्वारा खुद की इसांस सर्विस रिवाल्वर द्वारा गोली मारकर सुसाइड करने का मामला सामने आया है। हत्या के कारणों का पता नहीं चल पाया है। फिलहाल प्रारंभिक जांच में पारिवारिक विवाद सामने आया है। घटना की जांच की जा रही है। पुलिस कर्माचारियों और अधिकारियों द्वारा सुसाइड का यह पहला मामला नहीं है। 3 नवंबर को भी कोहमकोटा में एक पुलिस हेड कॉन्सटेबल ने पुलिस स्टेशन में ही खुद की सर्विस रिवाल्वर से गोली मारकर सुसाइड कर लिया था।