गोद में 3 माह की बच्ची लेकर ट्रेन के सामने कूदी मां, सिर और धड़ हुए अलग..पोटली में ले जाने पड़े शव


भिलाई, छत्तीसगढ़ में एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। जिसको देख लोगों के रोंगटे खड़े हो गए। यहां एक महिला अपनी तीन महीने की मासूम बच्ची को गोद में लेकर चलती ट्रेन के आगे कूद गई। दोनों की मौके पर ही मौत हो गई

Asianet News Hindi | Published : Mar 2, 2020 5:38 AM IST / Updated: Mar 02 2020, 11:25 AM IST


भिलाई, छत्तीसगढ़ में एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। जिसको देख लोगों के रोंगटे खड़े हो गए। यहां एक महिला अपनी तीन महीने की मासूम बच्ची को गोद में लेकर चलती ट्रेन के आगे कूद गई। हादसा इतना दर्दनाक था कि लोगों को शवों की हालत देख अपनी आंखें बंद करनी पड़ी।

मां-बेटी के ऊपर से गुजर गईं कई ट्रेनें...
दरअसल, यह दर्दनाक हादसा भिलाई के पावर हाउस रेलवे स्टेशन के पास रविवार शाम करीब  4.30 बजे हुआ। जब रायपुर की तरफ से दुर्ग जाने वाली ट्रेन के सामने बच्ची को गोद में लेकर महिला कूद गई। जहां देखते ही देखते घटना स्थल पर लोगों की भीड़ लग गई। आलम यह था कि एक के बाद एक कई ट्रेनों मां-बेटी के ऊपर से गुजर गईं। जहां मौके पर पहुंची पुलिस ने पोटली में दोनों शव के हिस्से इक्ट्ठा कर पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिए। हादासा इतना भयानक था कि महिला का सिर और पैर धड़ से अलग हो गया था। 

मरने से कुछ देर पहले पति के साथ टहल रही थी वो
घटना स्थल पर मौजूद कुछ लोगों ने बताया कि कुछ देर पहले महिला को अपने पति के साथ यहां देखा गया था। लेकिन आधे घंटे बाद देखा तो वहीं महिला और उसकी बच्ची पटरी पर मरी पड़ी थी।  वहीं कुछ लोगों का कहना है कि पति-पत्नी में किसी बात को लेकर विवाद हुआ होगा। इसके बाद पति ने ही महिला को मारने के उद्देशय से धक्का दे दिया हो। हालांकि अभी दोनों की पहचान नहीं हो सकी है। पुलिस जिले के थानों में महिला की गुमशुदगी का रिकार्ड खंगाल रही है और साथ ही आसपास के इलाकों में उसके बारे में पूछताछ कर ही है। वहीं महिला की उम्र करीब 30 वर्ष के आसपास बताई जा रही है।

पुलिस की असंवेदनशीलता देखने को मिली
वहीं लोगों का कहना है कि  पुलिस की असंवेदनशीलता की वजह  से दोनों के ऊपर से कई ट्रेनों निकल गईं। लेकिन  रेलवे पुलिस और स्थानीय पुलिस के बीच में अपनी-अपनी सीमा को लेकर विवाद चलता रहा। स्थानीय पुलिस  का कहना था कि रेलवे स्टेशन से पटरी किराने लगे सिग्नल के पहले शव मिलने पर जांच जीआरपी करती है। वहीं सिगनल के बाद शव मिलने पर स्थानीय पुलिस के पास जांच का जिम्मा होता है। 

Share this article
click me!