छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में एक शख्स की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। परिजनों ने उसके मर्डर की आशंका जताई थी। आखिरकार मृतक की पत्नी और दादी की शिकायत पर पुलिस ने शव को जांच के लिए निकाला।
दंतेवाड़ा. घटना 13 जून की है। यहां रहने वाले बचनू की संदिग्ध हालत में मौत हो गई थी। हालांकि सामान्य मौत मानकर उसे दफन कर दिया गया था। लेकिन उसकी पत्नी सोमली को कुछ शक हुआ। उसने पंचायत में दरख्वास्त लगाई, लेकिन पंचायत कुछ नहीं कर सकी। आखिरकार उसने अपनी दादी सास की मदद से पुलिस से मदद मांगी। इस दौरान उसे अज्ञात लोगाों से धमकियां मिलती रहीं।
मामला गंभीर देख पुलिस ने FIR दर्ज करके शव को दुबारा निकाला। इस दौरान बचनू की 90 वर्षीय दादी आंखों में आंसू लिए वहीं खड़ी रही। गांव में ऐसा पहली बार हुआ था, इसलिए बड़ी संख्या में लोग वहां जुट गए थे। शव को जमीन से निकालने में करीब 4 घंटे लगे। प्रभारी तहसीलदार दीपिका देहारी ने बताया कि मृतक के परिजनों की हिम्मत थी, जो मामला जांच में आया।
यह था घटनाक्रम....
12 जून की सुबह करीब 10 बजे गांव के ही जिला कड़ती, पायकू और जयो मंडावी ने बचकू की पिटाई की थी। वे उससे 1000 रुपए मांग रहे थे। सोमली ने अपने पास से 500 रुपए निकालकर उन्हें दिए। अगले दिन घर से 200 मीटर दूर बचकू की लाश पड़ी मिली। सोमली पुलिस में शिकायत करने जा रही थी, लेकिन उसे दवाब डालकर ऐसा करने से रोक लिया गया। आखिरकार 14 जून को बचकू का अंतिम संस्कार कर दिया गया। लेकिन सोमली का मन कचोटता रहा, आखिरकार उसने पुलिस से मदद मांगी। मृतक की दादी मंगली ने कहा- मेरे पोते के हत्यारों को सज़ा और हम सभी को न्याय ज़रूर मिलेगा। पति की मौत से हफ्तेभर पहले सोमली ने एक बच्चे को जन्म दिया था। उसके पांच बच्चे हैं।