छत्तीसगढ़ राज्य के पहले मुख्यमंत्री अजीत जोगी की हालत में कोई सुधार दिखाई नहीं दे रहा। वे पिछले 4 दिनों से रायपुर के श्री नारायणा अस्पताल में वेंटिलेटर पर हैं। उनके ब्रेन में न के बराबर हलचल है। वे कोमा में हैं। उन्हें होश में लाने डॉक्टर एक प्रयोग कर रहे हैं। जोगी को 70 के दशक के उनके पसंदीदा गाने सुनाए जा रहे हैं। डॉक्टर उम्मीद कर रहे हैं कि शायद इससे कुछ चमत्कार हो जाए।
रायपुर, छत्तीसगढ़. अजीत जोगी की हालत अभी भी खतरे में बनी हुई है। डॉक्टरों की तमाम कोशिशों के बावजूद उन्हें होश नहीं आया है। छत्तीसगढ़ राज्य के पहले मुख्यमंत्री अजीत जोगी की हालत में मंगलवार चौथे दिन भी कोई सुधार दिखाई नहीं दे रहा। वे पिछले 4 दिनों से रायपुर के श्री नारायणा अस्पताल में वेंटिलेटर पर हैं। उनके ब्रेन में न के बराबर हलचल है। वे कोमा में हैं। उन्हें होश में लाने डॉक्टर एक प्रयोग कर रहे हैं। जोगी को 70 के दशक के उनके पसंदीदा गाने सुनाए जा रहे हैं। डॉक्टर उम्मीद कर रहे हैं कि शायद इससे कुछ चमत्कार हो जाए।
सांग थैरेपी से उम्मीद
जोगी को होश में लाने डॉक्टर प्रयोग कर रहे हैं। श्री नारायणा अस्पताल के डायरेक्टर डॉ. सुनील खेमका ने बताया कि 74 वर्षीय अजीत जोगी को 70 के दशक के गाने बहुत पसंद रहे हैं। इसी बात को ध्यान में रखकर उन्हें सोमवार से सांग थैरेपी देना शुरू की गई है। उन्हें धीमी आवाज में उनके फेवरेट गाने सुनाए जा रहे हैं। उम्मीद की जा रही है कि इससे उनका ब्रेन सक्रिय होगा। हालांकि यह थैरेपी कितनी कारगर होगी, डॉक्टर इस पर कोई टिप्पणी नहीं करते।
4 दिनों से वेंटिलेटर पर हैं
जोगी 4 दिनों से वेंटिलेटर पर हैं। हालांकि उनके हार्ट, ब्लड प्रेशर और यूरिन का आउटपुट कंट्रोल में है। लेकिन ब्रेन न के बराबर सक्रिय है। जोगी की हेल्थ के लिए अगले 48 घंटे काफी अहम हैं। बता दें कि जोगी को 9 मई को कार्डियक अरेस्ट आया था। वे तब से ही कोमा में हैं।