अमेरिकी कंपनी आईएमजी को भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने अपने से अलग करने का फैसला किया है। इसके बाद समिति को ही आईपीएल का पूरा खर्च उठाना पड़ेगा। बीसीसीआई को लगभग 40 करोड़ रुपए हर साल अमेरिकी कंपनी से मिल रहे थे।
स्पोर्ट्स डेस्क : बीसीसीआई (BCCI)के साथ इंडियन प्रीमियर लीग में अनुबंध करने वाली अमेरिकी कंपनी आईएमजी (IMG) को भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने अपने से अलग करने का फैसला किया है। इसके बाद समिति को ही आईपीएल का पूरा खर्च उठाना पड़ेगा। दरअसल, शुक्रवार को समिति के एक अधिकारी ने खुलासा किया कि बीसीसीआई ने इंटरनेशनल मैनेजमेंट ग्रुप (आईएमजी) से अलग होने का फैसला किया है जिसके पास इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की शुरुआत से ही इसके आयोजन के अधिकार थे। अधिकारी ने कहा, 'हां, हमने उन्हें बर्खास्तगी नोटिस भेजा है।'
13 साल से IPL का हर सीजन करवाती थी IMG
अमेरिका की आईएमजी कंपनी अभी तक हर साल आईपीएल का आयोजन करवाती आई है। इसके लिए कंपनी 40 करोड़ रुपए देती थी। दरअसल, 2007-08 में आईपीएल के पूर्व कमिश्नर ललित मोदी ने 27 करोड़ प्रति वर्ष के हिसाब से आईएमजी कंपनी से 10 साल का करार किया था। लेकिन 2009 में चुनाव के कारण लीग को साउथ अफ्रीका शिफ्ट करना पड़ा था। तब IMG को 33 करोड़ दिए गए थे। 2010 से इसे 28 करोड़ कर दिया गया। 2017 में फिर 5 साल का करार हुआ और तब से बीसीसीआई को लगभग 40 करोड़ रुपए हर साल अमेरिकी कंपनी से मिल रहे थे।
बीसीसीआई ने शुरू की IPL 2021 की तैयारी
कंपनी से करार खत्म करने के साथ ही इंडियन प्रीमियर लीग 2021 की तैयारी शुरू हो गई है। समिति ने सभी आठ फ्रेंचाइजी को 21 जनवरी को रिटेन और रिलीज (Released and Retained) खिलाड़ियों की सूची जारी करने को कहा है। हालांकि अभी ऑक्शन की तारीख सामने नहीं आई है लेकिन अनुमान लगाया जा रहा है कि फरवरी के आखिरी हफ्ते में मिनी ऑक्शन (IPL 2021 Mini Auction) हो सकता है। अभी तक यह फैसला नहीं किया गया है कि आईपीएल का आयोजन भारत में होगा या फिर 2020 की तरह विदेश में। बता दें कि कोविड 19 महामारी के कारण आईपीएल का 13वां सीजन यूएई में किया गया था जो सितंबर से नंवबर तक चला था।
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