आईसीए अध्यक्ष अशोक मल्होत्रा ने अपने बयान में कहा, "हम इस तथ्य को स्वीकार करते हैं कि मीडिया हमारे खेल और खिलाड़ियों दोनों के विकास में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। हालांकि हमेशा एक रेखा होती है जिसे कभी भी पार नहीं किया जाना चाहिए। साहा के मामले में जो हुआ वह पूरी तरह से अस्वीकार्य है।"
नई दिल्ली। क्रिकेटर रिद्धिमान साहा (Wriddhiman Saha) को एक सीनियर जर्नलिस्ट से धमकी देने वाले मामले में बीसीसीआई (BCCI) ने तीन सदस्यीय जांच कमेटी का गठन कर दिया है। कमेटी अगले हफ्ते से जांच शुरू करेगी। साहा पर इंटरव्यू के लिए मैसेज का जवाब नहीं देने पर एक सीनियर जर्नलिस्ट द्वारा धमकी देने का आरोप है।
जांच कमेटी में बीसीसीआई के सीनियर मेंबर्स
जांच कमेटी (BCCI Committee) में बीसीसीआई के उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला, बीसीसीआई के कोषाध्यक्ष अरूण सिंह धूमल, बीसीसीआई एपेक्स कौंसिल के सदस्य प्रभतेज सिंह भाटिया शामिल हैं।
क्या है पूरा मामला?
कुछ दिनों पूर्व 37 वर्षीय विकेटकीपर बल्लेबाज रिद्धिमान साहा को श्रीलंका के खिलाफ आगामी टेस्ट श्रृंखला के लिए भारतीय टीम से बाहर कर दिया गया था। इसके बाद एक पत्रकार साहा का इंटरव्यू करना चाहता था। साहा ने जब इंटरव्यू के लिए मना कर दिया तो उस पत्रकार ने उन्हें धमकी देते हुए मैसेज लिखे। साहा ने इस संदेशों का स्क्रीनशॉट लेकर उन्हें सार्वजनिक कर दिया। हालांकि अभी तक साहा ने उस पत्रकार का नाम उजागर नहीं किया है।
बैन किया जाना चाहिए पत्रकार को
आईसीए अध्यक्ष अशोक मल्होत्रा ने अपने बयान में कहा, "हम इस तथ्य को स्वीकार करते हैं कि मीडिया हमारे खेल और खिलाड़ियों दोनों के विकास में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। हालांकि हमेशा एक रेखा होती है जिसे कभी भी पार नहीं किया जाना चाहिए। साहा के मामले में जो हुआ वह पूरी तरह से अस्वीकार्य है।"
मल्होत्रा ने कहा, "आईसीए में हमारी सबसे बड़ी चिंता क्रिकेटरों, अतीत और वर्तमान के कल्याण की है, और हम किसी पत्रकार से इस तरह के व्यवहार को स्वीकार नहीं कर सकते हैं। हम पूरी तरह से साहा के साथ हैं और उनसे पत्रकार के नाम का खुलासा करने का अनुरोध करते हैं। क्या बीसीसीआई को इसकी आवश्यकता महसूस होनी चाहिए गलती करने वाले पत्रकार की मान्यता और बीसीसीआई के किसी भी कार्यक्रम में प्रवेश रद्द करने के लिए, हम इस कदम का पूरा समर्थन करेंगे।"