कोलकाता नाइटराईडर्स के कप्तान दिनेश कार्तिक का कहना है कि वो पहले सीजन से चेन्नई की टीम में चुने जाने का इंतजार कर रहे हैं, पर अभी तक उन्हें यह मौका नहीं मिला है। कार्तिक के अनुसार उन्हें लगा था कि चेन्नई की टीम पहले सीजन में ही उन्हें चुनेगी और टीम का कप्तान भी बनाया जा सकता है
नई दिल्ली. कोलकाता नाइटराईडर्स के कप्तान दिनेश कार्तिक का कहना है कि वो पहले सीजन से चेन्नई की टीम में चुने जाने का इंतजार कर रहे हैं, पर अभी तक उन्हें यह मौका नहीं मिला है। कार्तिक के अनुसार उन्हें लगा था कि चेन्नई की टीम पहले सीजन में ही उन्हें चुनेगी और टीम का कप्तान भी बनाया जा सकता है, पर अभी तक ऐसा नहीं हुआ है।
कार्तिक ने क्रिकबज के साथ बातचीत में कहा कि वो लगभग निश्चिंत थे कि चेन्नई की टीम पहले सीजन में उन्हें चुनेगी। क्योंकि उस समय कार्तिक तमिलनाडु के सबसे बड़े खिलाड़ी थे। हालांकी ऑक्शन के दौरान चेन्नई ने कार्तिक के ऊपर बोली तक नहीं लगाई, जबकि धोनी को इसी टीम ने रिकॉर्ड कीमत पर खरीदा और टीम की कप्तानी भी उन्हें ही सौंपी।
धोनी ने बताया तक नहीं कि टीम उन्हें चुनेगी- कार्तिक
कार्तिक ने कहा "बात साल 2008 की है। मैं ऑस्ट्रेलिया में था और नीलामी चल रही थी। उस समय मुझे लगता था कि मैं तमिलनाडु से हूं और देश के लिए खेल रहा हूं इसलिए चेन्नई की टीम मुझे जरूर चुनेगी। सवाल यह था कि वो मुझे कप्तान बनाएंगे या नहीं। मेरे दिमाग बस यही बात चल रही थी, पर उन्होंने धोनी को 15 लाख डॉलर देकर अपनी टीम में शामिल किया। वो मेरे साथ ही बैठे हुए थे, पर उन्होंने बताया तक नहीं कि चेन्नई उन्हें चुनने वाली है।" इसके आगे कार्तिक ने कहा कि उन्हें इस बात से झटका लगा था और उन्हें उम्मीद थी कि आने वाले समय में चेन्नई उनको अपनी टीम में शामिल करेगी, पर 13 साल बीत चुके हैं और कार्तिक को अभी भी चेन्नई टीम की तरफ से आने वाले फोन का इंतजार है।
IPL में अब तक 4 टीमों के लिए खेल चुके हैं कार्तिक
दिनेश कार्तिक ने अब तक मुंबई इंडियंस, किंग्स इलेवन पंजाब, दिल्ली कैपिटल्स और कोलकाता के लिए मैच खेले हैं। इस दौरान उन्होंने अपनी कप्तानी में कोलकाता की टीम को प्लेऑफ तक भी पहुंचाया था। मुंबई के लिए भी उन्होंने कई मैच जिताऊ पारियां खेली हैं, पर चेन्नई की टीम ने कभी भी उन्हें अपनी टीम में शामिल करने की कोशिश नहीं की। वहीं धोनी चेन्नई के अलावा पुणे के लिए भी खेल चुके हैं। अपनी कप्तानी में उन्होंने 3 बार इस टूर्नामेंट का खिताब जीता है, जबकि हर बार उनकी टीम प्लेऑफ में पहुंचती है।