शेन वॉर्न ने वनडे में 293 विकेट और टेस्ट में 708 विकेट के साथ अपने करियर का अंत किया। वॉर्न ने 1992 में सिडनी में भारत के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू किया था। इसके बाद अगले साल मार्च में वेलिंगटन में उन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाफ वनडे डेब्यू किया।
स्पोर्ट्स डेस्क: ऑस्ट्रेलिया के दिवंगत दिग्गज लेग स्पिनर शेन वॉर्न (Shane Warne) का शुक्रवार 4 मार्च को दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया था। फैंस के अलावा क्रिकेट जगत के लिए भी उनका असमय चला जाना किसी झटके से कम नहीं है। क्रिकेट जगत के कई दिग्गज उन्हें श्रद्धांजलि दे रहे हैं। इसी कड़ी में भारत के लिए दूसरे सबसे ज्यादा टेस्ट विकेट लेने वाले ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने भी वॉर्न को लेकर लेकर महत्वपूर्ण बात कही है।
आर. अश्विन ने शेन वॉर्न के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा, "ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज ने क्रिकेट जगत में स्पिन को एक हमलावर वस्तु के रूप में प्रचारित किया। मैं विश्व क्रिकेट मानचित्र में गेंदबाजी के स्पिन पहलू को आगे ले जाने के लिए वॉर्न को ध्वजवाहक के रूप में देखता हूं। दुनिया के शीर्ष तीन विकेट लेने वाले मुथैया मुरलीधरन, शेन वॉर्न और अनिल कुंबले में स्पिनर हैं।"
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ऐसी उपलब्धि हर कोई हासिल नहीं कर सकता
अश्विन ने आगे कहा, "शेन वॉर्न एक बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे। उन्होंने स्पिन गेंदबाजी को एक अलग ही स्तर पर पहुंचा दिया। उन्होंने 1000 से अधिक अंतरराष्ट्रीय विकेट लिए हैं। ये एक ऐसी उपलब्धि है जिसे हर कोई हासिल नहीं कर सकता। शेन वॉर्न ने इस क्रिकेट की दुनिया में स्पिन को एक हमलावर हथियार के रूप में प्रस्तुत किया।"
गैटिंग नहीं स्ट्रॉस को फेंकी गई गेंद सर्वश्रेष्ठ
ऑफ स्पिनर ने आगे कहा, "हर कोई माइक गैटिंग को वॉर्न की डिलीवरी के बारे में बात करेगा। लेकिन 2005 एशेज में एंड्रयू स्ट्रॉस को वॉर्न द्वारा फेंकी गई डिलीवरी मेरी पसंदीदा है। उन्होंने उस सीरीज में ऑस्ट्रेलिया के लिए लगभग अकेले ही लड़ाई लड़ी। वह एक उस्ताद थे। वह एक असाधारण इंसान थे और उन्होंने अपना जीवन पूरी तरह से जिंदादिली के साथ जिया।"
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भारत के खिलाफ किया था डेब्यू
शेन वॉर्न ने वनडे में 293 विकेट और टेस्ट में 708 विकेट के साथ अपने करियर का अंत किया। वॉर्न ने 1992 में सिडनी में भारत के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू किया था। इसके बाद अगले साल मार्च में वेलिंगटन में उन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाफ वनडे डेब्यू किया। शेन वॉर्न ने सभी टीमों के खिलाफ धमाकेदार प्रदर्शन किया। हालांकि उन्हें विशेष रूप से इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ गेंदबाजी करना खासा पसंद आता था। इस बात का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उन्होंने अपने 708 टेस्ट विकेटों में से 325 इन दो देशों के खिलाफ ही लिए थे।
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