भारत के पूर्व हेड कोच रवि शास्त्री (Ravi Shashtri) ने एक बार फिर बड़ा बयान दिया है। इस बार उनके निशाने पर चयनकर्ता हैं।
स्पोर्ट्स डेस्क: भारतीय क्रिकेट टीम (Indian Cricket Team) के पूर्व हेड कोच रवि शास्त्री (Ravi Shashtri) ने एक बार फिर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा, "भविष्य में टीम चयन में कप्तान और कोच की भूमिका होनी चाहिए। भारतीय क्रिकेट में कप्तान द्विपक्षीय सीरीज या आईसीसी टूर्नामेंट से पहले इनपुट देने के लिए चयन समिति हिस्सा होता है, लेकिन अंतिम टीम चुनने का निर्णय पांच सदस्यीय चयन पैनल के पास है। कप्तान को व्यक्तिगत रूप से चयन बैठक में होना चाहिए, फोन पर या बाहर नहीं। ताकि उन्हें चयनकर्ताओं की मानसिकता देखने को मिले।"
ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड जैसी व्यवस्था भारत में चाहते हैं शास्त्री
शास्त्री ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा, "भारत में मुख्य कोच का चयन के मामलों में कोई दायित्व नहीं होता। यह ऑस्ट्रेलिया में चयन प्रणाली के बिल्कुल विपरीत है, जहां मुख्य कोचों को टीम का चयन करने के लिए कहा जाता है। वहीं, इंग्लैंड में भी मुख्य कोच चयनकर्ता होता है। मुझे लगता है कि यह बेहद महत्वपूर्ण है कि टीम चयन में कप्तान और कोच की बात होनी चाहिए। दोनों को आधिकारिक तौर पर अपनी बात रखनी चाहिए। खासकर अगर कोच मेरे जैसा अनुभवी हो या फिर राहुल द्रविड़ जैसा हो।"
इसलिए याद रखा जाएगा रवि शास्त्री का कार्यकाल
भारत के लिए एक ऑलराउंडर के रूप में खेलने और घरेलू क्रिकेट में मुंबई की कप्तानी करने वाले शास्त्री ने वेस्टइंडीज के खिलाफ साल 2017 में वनडे सीरीज से भारतीय क्रिकेट टीम के हेड कोच के रूप में कार्य भार संभाला था। शास्त्री के मार्गदर्शन में भारतीय टीम ने इंग्लैंड में 2-1 से आगे बढ़ने के अलावा ऑस्ट्रेलिया में दो बार बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी जीती। व्हाइट बॉल क्रिकेट के मैचों में भारत ने कई द्विपक्षीय सीरीज में जीत दर्ज की, लेकिन आईसीसी ट्रॉफी को जीतने में असफल रहे।
यूएई में टी20 विश्व कप 2021 (T20 World Cup 2021) के सुपर 12 के पहले राउंड में भारत के बाहर होने के बाद शास्त्री का कार्यकाल समाप्त हो गया था, जिसे बीसीसीआई ने आगे नहीं बढ़ाया। शास्त्री ने 2014 से 2016 तक टीम निदेशक के रूप में भी काम किया था। भारत के पूर्व कप्तान राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) वर्तमान में टीम के हेड कोच हैं।
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