साल 2010 में एशिया कप के दौरान जब हरभजन सिंह और शोएब अख्तर आपस में भीड़ गए थे। उस घटना के बारे में शोएब ने बताया कि मैं लड़ने के लिए हरभजन सिंह को ढूंढ रहा था। लेकिन वे नहीं मिले और मामला अगले दिन शांत हो गया।
स्पोर्ट्स डेस्क. भारत और पाकिस्तान के बीच कोई भी क्रिकेट मैच हो वह हाईवोल्टेज मुकाबला जरूर होता है। इसी दौरान दोनों देशों के खिलाड़ियों के बीच कहासुनी और नोक-झोंक चलती रहती है। ऐसा ही कुछ हुआ था साल 2010 में एशिया कप के दौरान जब हरभजन सिंह और शोएब अख्तर आपस में भीड़ गए थे। उस घटना के बारे में शोएब ने बताया कि मैं लड़ने के लिए हरभजन सिंह को ढूंढ रहा था। लेकिन वे नहीं मिले और मामला अगले दिन शांत हो गया।
होटल में जाकर लड़ना चाहते थे शोएब
शोएब ने कहा कि भज्जी जब पाकिस्तान आते है तो हमारे साथ ही खाते हैं, साथ ही लाहौर भी घूमते हैं और दोनों कि संस्कृति भी समान है फिर भी उन्होंने हमारे साथ खराब बर्ताव किया। फिर मैंने सोचा कि मैं हरभजन से जाकर उनके होटल में लड़ूंगा। लेकिन काफी खोजने के बाद वे हमें नहीं मिले। उन्हें पता था कि मैं वहां आ रहा हूं। इस कारण से मैं उन्हें नहीं ढ़ूंढ पाया। अगले दिन तक मैं शांत हो गया था और फिर उन्होंने भी माफी मांग ली थी।
भज्जी ने शोएब की गेंद पर छक्का जड़ दिया था
दरअसल, मामला यह था कि एशिया कप में भारतीय टीम पाकिस्तान के 268 रनों के लक्ष्य को चेज कर रही थी। भारत जीतने के लिए अंतिम 24 गेंद में 36 रन चाहिए थे। भारत के उपर रन मारने का काफी दबाव बढ़ रहा था। क्रिज पर थे हरभजन सिंह और सुरेश रैना। 47 ओवर में पाकिस्तान की तरफ से शोएब अख्तर बॉलिंग करने के लिए आए। हरभजन सिंह ने उन्हें छक्का जड़ दिया। इसके बाद अख्तर ने भी वापसी करते हुए हरभजन के रिब में गेंद मार दी। हालांकि इसके बाद सुरेश रैना ने उसी ओवर में एक और छक्का जड़ दिया। जिसके बाद भारत के ऊपर से दबाव हट गया।
हरभजन ने जीतते ही शोएब पर चिल्ला दिया था
अंतिम ओवर में मोहम्मद आमिर गेंद करने के लिए आए। भारत को जीत के लिए मात्र 7 रन चाहिए थे लेकिन उस ओवर में रैना आउट हो गए। भारत पर फिर से दबाव बन गया। अब सिर्फ दो दो ही विकेट शेष बचे थे और अंतिम 2 गेंद पर जीत के लिए तीन रोनों की जरूरत थी लेकिन हरभजन सिंह ने फिर से पांचवे ही गेंद पर छक्का जड़ कर भारत को जीत दिला दी। इसके बाद हरभजन ने शोएब अख्तर की तरफ देखा और उनपर चिल्ला दिया। फिर क्या था शोएब अख्तर आग बबूला हो गए। और उन्हें पवेलियन की ओर इशारा करते हुए वहां मिलने का इशारा किया। हालांकि जब शोएब उनसे होटल के कमरे में लड़ने के लिए पहुंचे तो वहां उन्हें हरभजन नहीं मिले जिसके बाद उन्होंने कहा कि मैं अगले दिन शांत हो गया और मामला रफा दफा हो गया।