टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने एक लाइव सेशन के दौरान कोरोना वायरस के सकारात्मक पहलुओं पर भी चर्चा की। इस दौरान विराट ने कहा कि कोरोना वायरस के संक्रमण के बाद एक समाज को तौर पर हम ज्यादा उदार हो गए हैं।
नई दिल्ली. टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने एक लाइव सेशन के दौरान कोरोना वायरस के सकारात्मक पहलुओं पर भी चर्चा की। इस दौरान विराट ने कहा कि कोरोना वायरस के संक्रमण के बाद एक समाज को तौर पर हम ज्यादा उदार हो गए हैं। जो भी डॉक्टर, नर्स, पुलिसकर्मी इस महामारी के खिलाफ लड़ रहे हैं हम उनके प्रति आभार व्यक्त कर रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने उम्मीद जताई कि कोरोना के खत्म होने के बाद भी हमारा यह जज्बा बना रहेगा। विराट अपनी पत्नी अनुष्का के साथ अनएकेडमी के लिए लाइव सेशन ले रहे थे, जब उन्होंने ये बातें कही।
इस ऑनलाइन सेशन में विराट और अनुष्का ने करीबन 50 मिनट तक बच्चों के साथ अपने अनुभव साझा किए। कोहली ने कहा कि हमें हर समय तुलना नहीं करते रहना चाहिए। जिस काम को करने से आपको खुशी मिलती है वही काम करना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि पहले उन्हें बहुत जल्दी गुस्सा आ जाता था, पर अनुष्का से मिलने के बाद उनके अंदर धैर्य आया और अब धीरे धीरे भारतीय कप्तान और बेहतर इंसान बनते जा रहे हैं।
जब 3 बजे तक रोते रहे थे विराट
विराट ने इस दौरान अपने जीवन का संघर्ष बयां करते हुए बताया कि जब दिल्ली की टीम में उनका चयन नहीं हुआ था, तब वो सुबह 3 बजे तक रोते रहे थे। इस दौरान उन्होंने अपने कोच से 2 घंटे तक यही सवाल पूछा था कि उन्हें क्यों नहीं चुना गया। कोच के पास भी इसका जवाब नहीं था। कोहली ने बताया कि उन्होंने सभी मैचों में अच्छा स्कोर किया था। उनका प्रदर्शन लाजवाब था, पर उनका नाम टीम में नहीं था। इसके बाद उन्होंने और भी बेहतर प्रदर्शन किया और अगली बार टीम में अपनी जगह बनाई। कोहली ने आगे कहा कि हमें मुश्किल परिस्थियों में भी धैर्य के साथ खड़े रहना चाहिए तभी नतीजे हमारे पक्ष में आते हैं। उन्होंने कहा कि कई बार उन्हें सिर्फ 20 रन बनाने के लिए 2 घंटे बैटिंग करनी पड़ती है, पर टीम को जरूरत पड़ने पर आपको ऐसा करना आना चाहिए।