भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने एशिया कप की ट्रॉफी (Asia Cup Title) पर 7वीं बार कब्जा जमा लिया है। भारतीय टीम ने वुमेंस एशिया कप (Women's Asia Cup Cricket) के फाइनल मुकाबले में श्रीलंका को करारी शिकस्त देकर शान से खिताब पर कब्जा जमाया है। भारतीय टीम ने खेल के हर क्षेत्र में शानदार प्रदर्शन किया है।
Women's Asia Cup Final Wins India. भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने 7वीं बार एशिया कप पर कब्जा कर लिया है। वुमेंस एशिया कप के फाइनल में भारतीय महिलाओं ने श्रीलंका को 8 विकेट से करारी शिकस्त दी है। फाइनल मैच में पहले टॉस जीतकर बैटिंग करने उतरी श्रीलंकाई टीम की खराब शुरूआत हुई और पहली ही गेंद पर भारत ने विकेट हासिल किया। इसके बाद तो खिलाड़ियों का आना-जाना जारी रहा। एक वक्त तो 30 रन पर ही श्रीलंका के 6 विकेट गिर चुके थे लेकिन बाद कुछ बल्लेबाजों ने संभलकर खेला और 20 ओवर में 9 विकेट खोकर 65 रन बनाए। जवाब में उतरी भारतीय टीम ने तेज शुरूआत की और 8.3 ओवर में 71 रन बनाकर एशिया कप के खिताब पर कब्जा कर लिया।
66 रनों का मिला था टार्गेट
वुमेंस एशिया कप के फाइनल मुकाबले में श्रीलंकाई टीम ने पहले टॉस जीतकर बैटिंग शुरू की। शुरूआती झटके लगने के बाद टीम इससे उबर नहीं पाई और 20 ओवर में 9 विकेट खोकर सिर्फ 65 रन ही बना सकी। जवाब में उतरी भारतीय महिला टीम की ओपनर स्मृति मंधाना ने पहली गेंद से ही प्रहार करना शुरू किया और अंत में लाजवाब छक्का मारकर फाइनल मुकाबला जीता। ओपनर मंधाना ने सिर्फ 25 गेंद पर 6 चौके और 3 छक्कों की मदद से 51 रनों की पारी खेली। वहीं शेफाली वर्मा ने 5 रन बनाए। जेमिमा रोड्रिग्ज इस मैच में नहीं चल पाईं और सिर्फ 2 रन बनाकर आउट हो गईं। कप्तान हरमनप्रीत कौर ने नाबाद रहते हुए 11 रनों की पारी खेली और भारत ने 8 विकेट से शानदार जीत दर्ज की। भारतीय टीम में 8.3 ओवर में ही यह रन बनाए।
फाइनल मैच के हाइलाईट्स
रेणुका सिंह ने किया कमाल
भारतीय महिला टीम की गेंदबाज रेणुका सिंह ने फाइनल मुकाबले में गदर मचा दिया। रेणुका ने 3 ओवर में सिर्फ 5 रन दिए और श्रीलंका की 3 खिलाड़ियों को आउट किया। वहीं दीप्ति शर्मा को भले ही विकेट नहीं मिला लेकिन उन्होंने 4 ओवर में केवल 7 रन ही खर्च किए। राजेश्वरी गायकवाड़ ने 4 ओवर में 16 रन दिए लेकिन 2 विकेट हासिल किए। स्नेह राणा हमेशा की तरह बल्लेबाजों पर हावी रहीं और 4 ओवर में 13 रन देकर 2 खिलाड़ियों को पवैलियन भेजा। हेमलता ने 3 ओवर में सिर्फ 8 रन खर्च किए। शेफाली वर्मा थोड़ी महंगी साबित हुईं और 2 ओवर में 16 रन दिए। हालांकि भारतीय गेंदबाजी पूरे मैच में हावी रही और कोई भी बल्लेबाज खुलकर शॉट नहीं लगा पाया। कसी गेंदबाजी के सामने श्रीलंका की टीम ने सिर्फ 5 चौके लगाए और 1 भी छक्का नहीं लगा पाईं।