जनकपुरी सीट: आप के राजेश ऋषि ने लगातार दूसरी बार जीत दर्ज की, बीजेपी के आशीष सूद को हराया

Published : Jan 27, 2020, 10:59 PM ISTUpdated : Feb 11, 2020, 05:22 PM IST
जनकपुरी सीट: आप के राजेश ऋषि ने लगातार दूसरी बार जीत दर्ज की, बीजेपी के आशीष सूद को हराया

सार

दिल्ली विधानसभा की जनकपुरी सीट (Janakpuri assembly constituency) सामान्य है। इसे 1993 में बनाया गया था। यह वेस्ट दिल्ली लोकसभा क्षेत्र का हिस्सा है। बीजेपी के जगदीश मुखी पांच बार इस सीट से प्रतिनिधित्व कर चुके हैं।

नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा की जनकपुरी सीट (Janakpuri assembly constituency) सामान्य है। इसे 1993 में बनाया गया था। यह वेस्ट दिल्ली लोकसभा क्षेत्र का हिस्सा है। बीजेपी के जगदीश मुखी पांच बार इस सीट से प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। इस बार आप के राजेश ऋषि ने लगातार दूसरी बार जीत दर्ज की। जबकि बीजेपी के आशीष सूद दूसरे नंबर पर रहे।

पहली बार बीजेपी ने दी थी कांग्रेस को मात
साल 1993 में बनी इस सीट पर मुख्य मुकाबला बीजेपी और कांग्रेस के बीच था। जिसपर बीजेपी के जगदीश मुखी ने कांग्रेस के शैलेंद्र को 16,053 वोट से हराया था। जगदीश मुखी को कुल 33,905 और शैलेंद्र को 17,852 वोट मिले थे। जबकि तीसरे नंबर पर रही जनता दल के कुंवर छत्तर सिंह को 755 वोट मिले थे।

बीजेपी के खाते से आप ने छीन ली थी ये सीट
1993 से 2013 तक इस सीट पर बीजेपी का कब्जा था। 2013 के विधानसभा चुनाव में 4 बार से लगातार जीतते आ रहे जगदीश मुखी ने जीत का सिलसिला बरकरार रखा था। उन्हें कुल 42,885 वोट मिले थे। जबकि आप के राजेश ऋषि 40,242 वोटों के साथ दूसरे नंबर और कांग्रेस की रागीनी नायक 17,191 वोटों के साथ तीसरे नंबर पर रहीं थीं। 2015 में बीजेपी को बड़ा झटका लगा और आप के राजेश ऋषि ने 71,802 वोटों के साथ जीत दर्ज की। जबकि बीजेपी के जगदीश को 46,222 और कांग्रेस सुरेश कुमार को 4699 वोट से संतोष करना पड़ा।

जनकपुरी दिल्ली के दक्षिण-पश्चिम जिले में आता है। यह बहुत बड़ी रेजिडेंशियल कॉलोनी है, जहां देश के विभाजन के बाद पाकिस्तान से आए पंजाबी समुदाय के लोगों को बसाया गया था। यह मध्यवर्गीय लोगों की कॉलोनी है, पर कुछ इलाके पॉश भी हैं। यहां के बाजार काफी बड़े हैं, जहां हमेशा चहल-पहल बनी रहती है। यहां के लाल साईं मंदिर, दुर्गा मंदिर और श्री हनुमान मंदिर काफी प्रसिद्ध हैं। यहां का सबसे बड़ा गुरुद्वारा श्री गुरु सिंघ सभा गुरुद्वारा है, जहां सिख श्रद्धालु बड़ी संख्या में आते हैं।
 

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