गुजरात विधानसभा चुनाव में बीजेपी के तूफान के सामने कांग्रेस और आप अपना वजूद तलाश रही हैं। आप के मुखिया अरविंद केजरीवाल ने गुजरात में अपने जिन तीन नेताओं के नाम कागज पर लिखकर उनकी जीत का दावा किया था, वो बुरी तरह चुनाव हार गए हैं।
AAP CM Face Isudan Gadhvi Lost: गुजरात विधानसभा चुनाव में बीजेपी के तूफान के सामने कांग्रेस और आप अपना वजूद तलाश रही हैं। आप के मुखिया अरविंद केजरीवाल ने गुजरात में अपने जिन तीन नेताओं के नाम कागज पर लिखकर उनकी जीत का दावा किया था, वो बुरी तरह चुनाव हार गए हैं। इनमें आप के सीएम पद के उम्मीदवार इसुदान गढ़वी के अलावा प्रदेश अध्यक्ष गोपाल इटालिया और अल्पेश कथीरिया के नाम शामिल हैं।
बता दें कि गुजरात चुनाव में आम आदमी पार्टी अपनी जीत का दावा कर रही थी, लेकिन नतीजे तो कुछ और ही बयां कर रहे हैं। आप के सीएम फेस ईसुदान गढ़वी तक अपनी सीट नहीं बचा पाए। वो खंभालिया विधानसभा सीट से चुनाव मैदान में थे, लेकिन वोटों की गिनती शुरू होने के बाद से ही लगातार पीछे चल रहे थे। गढ़वी को जहां 59089 वोट मिले, वहीं बीजेपी के मुलुभाई हरदासभाई बेरा को 77834 वोट मिले। तीसरे नंबर पर कांग्रेस विक्रमभाई अर्जनभाई अहीर रहे, जिन्हें 44715 वोट मिले।
आप के ये 2 दिग्गज भी हुए 'साफ' :
ईसुदान गढ़वी के अलावा आप के दो और दिग्गज गुजरात में बुरी तरह हारे हैं। इनमें आप के प्रदेश अध्यक्ष गोपाल इटालिया के अलावा पाटीदार आंदोलन के प्रमुख चेहरा बने अल्पेश कथीरिया भी शामिल हैं। पार्टी ने गोपाल इटालिया को कतारगाम सीट से उतारा था लेकिन वहां बीजेपी के विनोदभाई मोराडिया ने उन्हें 64 हजार से भी ज्यादा वोटों से हरा दिया। वहीं अल्पेश कथीरिया वराछा सीट से लड़े थे, जहां बीजेपी के किशोर काननी ने उन्हें 16834 वोटों से पटखनी दी। काननी को 67206 वोट मिले, जबकि कथीरिया को 50372 वोटों से संतोष करना पड़ा।
गुजरात में 37 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ने जा रही BJP, राज्य में कांग्रेस की इतनी बुरी हार कभी नहीं हुई
गुजरात की जनता को नहीं भायी मुफ्त की रेवड़ी :
बता दें कि अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली आप ने गुजरात में वोटर्स को लुभाने के लिए 300 यूनिट तक फ्री बिजली, मुफ्त गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा और बेरोजगारी भत्ता देने जैसी लोक-लुभावन घोषणाएं की थीं, लेकिन गुजरात की जनता ने इसे सिरे से नकार दिया। गुजरात को लेकर आप की उम्मीदें इसलिए भी और ज्यादा थीं, क्योंकि पिछले साल उन्होंने सूरत नगर निकाय चुनावों में आश्चर्यजनक प्रदर्शन करते हुए 27 सीटें जीत ली थीं। लेकिन विधानसभा चुनाव में उनका कोई भी दांव काम नहीं आया।
1621 उम्मीदवार थे चुनाव मैदान में :
बता दें कि गुजरात में 33 जिलों की सभी 182 सीट के लिए दो चरणों में वोटिंग हुई। पहले चरण में 1 दिसंबर को वोट पड़े, जबकि दूसरे चरण की वोटिंग 5 दिसंबर को हुई। पहले चरण में 788 उम्मीदवार मैदान में थे, जिनमें 339 निर्दलीय उम्मीदवार थे। वहीं, दूसरे चरण में 833 उम्मीदवार मैदान में थे। इनमें 285 निर्दलीय प्रत्याशी थे। पहले चरण में सौराष्ट्र-कच्छ और दक्षिण गुजरात के 19 जिलों की 89 विधानसभा सीटों पर वोटिंग हुई। वहीं, दूसरे चरण में उत्तर गुजरात और मध्य गुजरात के 14 जिलों की 93 विधानसभा सीटों के लिए वोट पड़े। पहले चरण में 63.31%, जबकि दूसरे चरण में 60.94% प्रतिशत वोटिंग हुई। बीजेपी ने मौजूदा मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल को ही इस बार भी अपना CM फेस बनाया था। वहीं, आप ने इसुदान गढ़वी को पार्टी की ओर से सीएम पद का उम्मीदवार घोषित किया था।
ये भी देखें :
आप के गुजरात अध्यक्ष गोपाल इटालिया कतारगाम सीट से हारे, BJP के विनोद मोराडिया ने दी पटखनी