इस बार किसकी 'द्वारका'.. आप ने इसुदान को दिया टिकट, BJP ने 32 साल से जीत रही पाबुभा को बनाया उम्मीदवार 

Gujarat Assembly Election 2022: आम आदमी  पार्टी ने गुजरात विधानसभा चुनाव में अपने मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार इसुदान गढ़वी को द्वारका विधानसभा सीट से टिकट दिया है। भाजपा के टिकट पर यहां से 32 साल से लगातार जीत दर्ज कर रहे पाबुभा मानेक उम्मीदवार हैं। 

Ashutosh Pathak | Published : Nov 11, 2022 10:45 AM IST

गांधीनगर।  Gujarat Assembly Election 2022: गुजरात विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने पत्रकार से राजनेता बने इसुदान गढ़वी को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार चुना है। गढ़वी के सीएम फेस चुने जाने के बाद से ही चर्चा थी कि वे किस विधानसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे और कांग्रेस तथा भाजपा से उनके मुकाबले के लिए कौन होगा। अब शुक्रवार, 11 नवंबर को आप ने इसुदान की सीट का ऐलान करके यह स्पष्ट कर दिया कि वे भाजपा और कांग्रेस से किसके लिए चुनौती बनेंगे। 

आप के मुताबिक, इसुदान गढ़वी द्वारका विधानसभा सीट से मैदान में उतरेंगे। इसुदान गढ़वी ने करीब डेढ़ साल पहले ही आप ज्वाइन किया है। इससे पहले वे पत्रकार थे और अपने टीवी शो महामंथन के जरिए किसानों की परेशानियों को जनता के सामने ला रहे थे। ऐसे में किसानों के बीच उनकी अच्छी लोकप्रियता है। पार्टी ने इससे पहले प्रदेश अध्यक्ष गोपाल इटालिया को सूरत की कतरगाम सीट से टिकट दिया है। इसके अलावा, प्रदेश महासचिव मनोज सोरथिया को करंज सीट से चुनावी मैदान में उतारा गया है। 

अहीर समुदाय इस सीट पर सबसे अधिक 
बता दें कि द्वारका सीट पर गढ़वी समुदाय के 6 हजार से अधिक वोटर्स हैं। इस सीट पर अहीर समुदाय के 56 हजार, दलवाड़ी समुदाय के 35 हजार, लधुमती समाज से 36 हजार और कोली समुदाय के 14 हजार वोटर्स हैं। इस सीट पर 13 हजार ब्राह्मण, लोहाना समुदाया से 12 हजार और क्षत्रिय वोटर्स की संख्या 11 हजार के करीब है। भाजपा ने इस सीट से पाबुभा मानेक को मैदान में उतारा है। 66 साल के पाबुभा मानेक पिछले 32 साल से इस सीट पर कब्जा जमाए हुए हैं। वे पूर्व में राज्य के सीएम भी रह चुके हैं। पाबुभा ने पहली बार 34 साल की उम्र में इस सीट से जीत दर्ज की थी और तब से वह लगातार यहां से विधायक हैं। 

इसुदान के आने से इस सीट पर लड़ाई दिलचस्प होगी 
पाबुभा ने पहली बार 1990 में यहां से चुनाव लड़ा था। तब उन्होंने निर्दलीय चुनाव जीता था। इसके बाद अगले दो और विधानसभा सत्र में वे निर्दलीय विधायक के तौर पर चुने गए। 2002 में उन्होंने कांग्रेस ज्वाइन कर लिया था और कांग्रेस के टिकट पर भी चुनाव जीता। बाद में वे भाजपा में शामिल हुए और 2007, 2012, 2017 में भाजपा के टिकट पर जीत दर्ज की। यह सीट 1990 से पहले कांग्रेस के खाते में रहती थी। गुजरात दंगों के बाद हुए चुनाव में भी पाबुभा ने कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़कर जीत हासिल की थी। 2017 के चुनाव में पाबुभा ने कांग्रेस उम्मीदवार अहीर मेरामन मरखी को 5 हजार 739 वोट से हराया था। पाबुभा को इस चुनाव में 74 हजार 431 वोट मिले थे। माना जा रहा है कि इस सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला होगा। अब तक इस सीट पर भाजपा और कांग्रेस के बीच मुख्य मुकाबला था, मगर इस बार इसुदान के मैदान में आने से इस सीट पर लड़ाई दिलचस्प हो सकती है। 

1 दिसंबर को पहले चरण की और 8 को दूसरे चरण की वोटिंग   
इस बार गुजरात विधानसभा चुनाव में पहले चरण के लिए नामांकन प्रक्रिया 14 नवंबर अंतिम तारीख होगी, जबकि दूसरे चरण के लिए नामाकंन प्रक्रिया की अंतिम तारीख 17 नवंबर होगी। राज्य में पहले चरण की वोटिंग 1 दिसंबर को होगी, जबकि दूसरे चरण की वोटिंग 5 दिसंबर (Gujrat Vidhansabha Chunav kitni tarikih ko hai) को होगी। वहीं, मतगणना दोनों चरणों की 8 दिसंबर को होगी और संभवत: उसी दिन देर रात तक अंतिम परिणाम जारी हो जाएंगे। पहले चरण की वोटिंग प्रक्रिया के लिए गजट नोटिफिकेशन 5 नवंबर को और दूसरे चरण की वोटिंग प्रक्रिया के लिए 10 नवंबर को जारी होगा। स्क्रूटनी पहले चरण के लिए 15 नवंबर को होगी, जबकि दूसरे चरण के लिए 18 नवंबर की तारीख तय है। नाम वापसी की अंतिम तारीख पहले चरण के लिए 17 नवंबर और दूसरे चरण के लिए 21 नवंबर निर्धारित की गई है।  

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