Gujarat Assembly Election 2022: कांग्रेस ने गुजरात में अशोक गहलोत के दौरे के बाद सचिन पायलट को भी वहां भेजने की तैयारी कर ली है। हालांकि, सचिन का दौरा ठीक उस दिन शुरू हो रहा, जब गहलोत के दौरे का अंतिम दिन होगा।
अहमदाबाद। Gujarat Assembly Election 2022: गुजरात विधानसभा चुनाव की तैयारियां कांग्रेस ने जोरशोर से शुरू कर दी है। पार्टी देशभर से अपने बड़े नेताओं को मिशन गुजरात के लिए भेज रही है। फिलहाल, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत गुजरात दौरे पर हैं। 28 अक्टूबर से शुरू हुआ उनका दौरा चार दिन यानी 31 अक्टूबर तक का है। वहीं, गहलोत के पहले दिन के दौरे के खत्म होते ही कांग्रेस ने राजस्थान के एक और बड़े नेता सचिन पायलट के भी गुजरात दौरे का ऐलान कर दिया। सचिन पायलट 31 अक्टूबर से चार दिवसीय गुजरात दौरा करेंगे।
अशोक गहलोत ने अपने दौरे के पहले दिन यानी शुक्रवार को प्रेस कांफ्रेंस की, जनसभाएं की और नेताओं व कार्यकर्ताओं से मिले। अगले तीन दिनों तक वे राज्य के अलग-अलग हिस्से में जाएंगे और चुनावी तैयारियों का जायजा लेते हुए नेताओं व कार्यकर्ताओं से मुलाकात करेंगे। वहीं, सचिन पायलट भी गुजरात दौरे के दौरान चार चुनावी सभाओं को संबोधित करेंगे। इसके अलावा वे कांग्रेस की पहले से चल रही परिवर्तन संकल्प यात्रा में भी शामिल होंगे।
31 अक्टूबर को दोनों की जनसभा, मगर दोनों के कार्यक्रम अलग-अलग
हालांकि, पार्टी ने सचिन पायलट का गुजरात दौरा उस दिन से शुरू किया है, जिस दिन अशोक गहलोत का राज्य में आखिरी दिन का दौरा होगा। यानी 31 अक्टूबर को अशोक गहलोत और सचिन पायलट दोनों ही गुजरात में होंगे, मगर दोनों की मुलाकात नहीं होगी, क्योंकि उनके कार्यक्रम अलग-अलग क्षेत्रों में रखे गए हैं। अशोक गहलोत अपने दौरे के अंतिम दिन यानी 31 अक्टूबर को बनासकांठा में पार्टी के भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होंगे और इसके बाद वापस राजस्थान लौट जाएंगे। सचिन पायलट के दौरे की शुरुआत गुजरात के खेड़ा जिले से हो रही है।
कांग्रेस ने बनाई है आब्जर्वर्स की टीम, गहलोत और सचिन उसी का हिस्सा
सचिन पायलट अपने दौरे के पहले दिन यानी 31 अक्टूबर को फागवेल में एक चुनावी सभा को संबोधित करेंगे। यहीं पर वे परिवर्तन संकल्प यात्रा में भी शिरकत करेंगे। सचिन पायलट खेड़ा जिले के फागवेल में जनसभा को संबोधित करने के बाद राजकोट, लुणावदा, फतेहपुरा और संतरामपुर में भी चुनावी जनसभाओं को संबोधित करेंगे। दरअसल, पार्टी ने अशोक गहलोत और सचिन पायलट को आब्जर्वर के तौर पर वहां की जिम्मेदारी दी है। इसकी एक पूरी टीम है, जिसमें राजस्थान के कई और विधायक, सांसद और मंत्री भी शामिल हैं।
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