Gujarat Assembly Election 2022: पाटीदार आंदोलन में हार्दिक पटेल के साथ कदम से कदम मिलाकर चलीं रेशमा ने जब उनका साथ छोड़ा और भाजपा में शामिल हुईं, तब हार्दिक को कांगेस का एजेंट बताया। इसके बाद भाजपा छोड़ एनसीपी में गईं, तो भाजपा को मार्केटिंग कंपनी कहा।
गांधीनगर। Gujarat Assembly Election 2022: गुजरात विधानसभा चुनाव में इस बार दो दोस्तों के बीच एक ही सीट पर दिलचस्प मुकाबला देखने को मिल सकता है। यह सीट है वीरमगाम। यहां एक दोस्त है हार्दिक पटेल जो पांच साल पहले पाटीदार आंदोलन से जुड़े थे। उनके साथ थीं रेशमा पटेल, जो इस आंदोलन में उनके साथ कदम से कदम मिलाकर चल रही थीं। बाद में हार्दिक कांग्रेस में शामिल हो गए और रेशमा एनसीपी में।
इसके बाद हार्दिक कांग्रेस को झटका देते हुए भाजपा में आ गए और अब रेशमा पहले भाजपा और बाद में एनसीपी को झटका देते हुए आम आदमी पार्टी में शामिल हो चुकी हैं। भाजपा ने इस बार हार्दिक को वीरमगाम विधानसभा सीट से टिकट दिया है, तो आम आदमी पार्टी ने अभी इस सीट पर किसी को नहीं उतारा है, मगर माना जा रहा है कि रेशमा के आने के बाद उनकी दावेदारी इस सीट पर मजबूत हो गई है। आम आदमी पार्टी के राज्य सभा सदस्य और गुजरात मामलों के सह प्रभारी राघव चड्ढा पार्टी के प्रदेश कार्यालय पर रेशमा को सदस्यता दिला चुके हैं। दरअसल, रेशमा ने भी मौके का फायदा उठाया है। वे एनसीपी से टिकट चाहती थीं, जो उन्हें नहीं दिया गया, जिसके बाद वे हाईकमान से नाराज चल रही थीं और बेहतर मौके की तलाश में थीं।
जिसको छोड़ा उसकी बुराई करके गईं
बता दें कि रेशमा पांच साल पहले हार्दिक पटेल के नेतृत्व में चले आरक्षण आंदोलन के लिए महत्वपूर्ण चेहरा थीं। मगर कुछ महीने बाद यानी दिसंबर 2017 में वह भाजपा में शामिल हो गईं। तब उनकी हार्दिक से अनबन हो गई थी। भाजपा में विधानसभा चुनाव के वक्त शामिल होने पर उन्होंने दावा किया था कि हार्दिक कांग्रेस एजेंट हैं। इसके बाद जब वह 2019 में भाजपा छोड़कर एनसीपी में शामिल हुईं, तब भाजपा के लिए कहा था कि यह राजनीतिक दल से मार्केटिंग कंपनी बन गई है और नेता सेल्स एक्जीक्यूटिव बनकर रह गए हैं।
जानिए बंटिया गांव की रहने वाली रेशमा का आगे का प्लान
रेशमा गुजरात के वनथली में बंटिया गांव की रहने वाली हैं। उनका कहना है कि वे हमेशा वंचित और गरीब तबके के लिए आवाज उठाती रही हैं। आने वाले समय में वे अपना समय और ऊर्जा ऐसी पार्टी के लिए खर्च करना चाहती हैं, जिस पर गुजरात और यहां के लोगों का भविष्य टिका हो। इस बार गुजरात विधानसभा चुनाव में पहले चरण के लिए नामांकन प्रक्रिया 14 नवंबर अंतिम तारीख थी। दूसरे चरण के लिए नामाकंन प्रक्रिया की अंतिम तारीख 17 नवंबर होगी। राज्य में पहले चरण की वोटिंग 1 दिसंबर को होगी, जबकि दूसरे चरण की वोटिंग 5 दिसंबर को होगी। वहीं, मतगणना दोनों चरणों की 8 दिसंबर को होगी और संभवत: उसी दिन देर रात तक अंतिम परिणाम जारी हो जाएंगे। पहले चरण की वोटिंग प्रक्रिया के लिए गजट नोटिफिकेशन 5 नवंबर को और दूसरे चरण की वोटिंग प्रक्रिया के लिए 10 नवंबर को जारी हुआ था। स्क्रूटनी पहले चरण के लिए 15 नवंबर को होगी, जबकि दूसरे चरण के लिए 18 नवंबर की तारीख तय है। नाम वापसी की अंतिम तारीख पहले चरण के लिए 17 नवंबर और दूसरे चरण के लिए 21 नवंबर निर्धारित की गई है।
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