
अमृतसर. पंजाब विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस सांसद जसबीर सिंह डिंपा को बड़ा झटका लगा है। इलेक्शन कमीशन ने जांच के बाद डिंपा के भाई हरपिंदर सिंह उर्फ राजन गिल का खडूर साहिब विधानसभा सीट से नामांकन रद्द कर दिया है। राजन गिल ने इस सीट से इंडियन नेशनल कांग्रेस (INC) कैंडिडेट के रूप में नामांकन भरा था।
इस वजह से कांग्रेस प्रत्याशी का नामांकन हुआ रद्द
दरअसल, हरपिंदर सिंह के दस्तावेजों के साथ कांग्रेस पार्टी की ओर से दिए जाने वाले फॉर्म-ए और फॉर्म-बी नहीं थे। इसलिए इलेक्शन कमीशन ने उनका नामांकन रद्द कर दिया। अब इस सीट से दो बार के विधायक और पार्टी टिकट पाने वाले रमनजीत सिंह सिक्की ही कांग्रेस के उम्मीदवार हैं।
अब हरपिंदर सिंह के पास बचा एक ही विकल्प
बता दें कि मंगलवार को पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन के आखिरी दिन खडूर साहिब लोकसभा सीट से हरपिंदर सिंह उर्फ राजन गिल ने खडूर साहिब विधानसभा सीट से बतौर कांग्रेस प्रत्याशी नामांकन दाखिल किया था। नामांकन भरने के बाद हरपिंदर ने उम्मीद जताई थी कि कांग्रेस पार्टी नामांकन की जांच के दौरान सिक्की का टिकट रद्द कर उन्हें दे देगी मगर ऐसा नहीं हुआ और हरपिंदर का नामांकन रद्द हो गया। हरपिंदर सिंह ने कांग्रेस प्रत्याशी के अलावा निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर भी दस्तावेजों का कोई सेट जमा नहीं करवाया था। ऐसे में अब वह चाहें तो बतौर निर्दलीय कैंडिडेट भी चुनाव नहीं लड़ सकते।
सिक्की ने भरा था निर्दलीय के रूप में नामांकन
नामांकन रद्द होने के बाद मीडिया से बातचीत में हरपिंदर सिंह उर्फ राजन गिल ने कहा कि कुछ फैसले लेने में समय लग जाता है। उन्हें सिक्की का टिकट रद्द किए जाने के संकेत मिले थे इसलिए उन्होंने सिर्फ कांग्रेस प्रत्याशी के तौर पर ही नामांकन भरा था। हालांकि ऐसा नहीं हो पाया। हरपिंदर गिल ने दावा किया कि सिक्की को भी इस बात का अंदेशा था कि उनका टिकट रद्द हो सकता है इसलिए सिक्की ने बतौर कांग्रेस कैंडिडेट के अलावा निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर भी पर्चा भरा था।
हरपिंदर बोले-नहीं करूंगा सिक्की का प्रचार
हरपिंदर गिल ने कहा कि इस चुनाव में वह खडूर साहिब विधानसभा हलके में कांग्रेस पार्टी के लिए प्रचार नहीं करेंगे क्योंकि इलाके में कांग्रेस कैंडिडेट रमनजीत सिंह सिक्की का बहुत विरोध है। सिक्की के बहुत सारे कामों को लोग पसंद नही करते। ऐसे माहौल में वह किसी तरह की शर्मिंदगी का हिस्सा नहीं बनना चाहते।
डिंपा चाहते थे अपने करीबियों के लिए टिकट
कांग्रेस सांसद डिंपा तरनतारन जिले की खडूर साहिब सीट से अपने बेटे उपदेश गिल या भाई हरपिंदर सिंह और अमृतसर जिले की बाबा बकाला विधानसभा सीट से अपने करीबी सतिंदरजीत सिंह छज्जलवाड़ी के लिए टिकट चाहते थे मगर पार्टी ने उनकी पसंद को तरजीह नहीं दी। कांग्रेस ने खडूर साहिब सीट से 2 बार के विधायक रमनजीत सिंह सिक्की को टिकट दे दिया। इस पर डिंपा ने कांग्रेस के खिलाफ खुलकर नाराजगी जताई थी। मंगलवार को जब डिंपा के भाई हरपिंदर सिंह ने कांग्रेस कैंडिडेट के रूप में नामांकन भरा तो ऐसा दावा किया गया कि डिंपा परिवार ने यह कांग्रेस हाईकमान के इशारे पर ही किया है और पार्टी अंतिम समय में सिक्की की टिकट रद्द कर देगी।
राहुल गांधी के साथ शेयर की थी फोटो
हरपिंदर गिल के नामांकन भरने से पहले डिंपा ने नई दिल्ली में संसद भवन में राहुल गांधी से मुलाकात की अपनी फोटो भी सोशल मीडिया पर पोस्ट की थी। जिसके बाद इन अटकलों को और बल मिला। हालांकि ऐसा कुछ नहीं हुआ और हरपिंदर गिल का नामांकन रद्द हो गया। हालांकि उससे पहले हरपिंदर गिल ने कहा था कि वह खडूर साहिब से बतौर निर्दलीय उम्मीदवार चुनाव लड़ेंगे।
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