Exclusive: आखिर क्यों पैन इंडिया रिलीज नहीं हो पा रहीं भोजपुरी फ़िल्में, 'संघर्ष 2' के निर्माता ने बताई वजह

खेसारी लाल यादव स्टारर 'संघर्ष 2' के प्रोड्यूसर रतनाकर कुमार के मुताबिक़, वे भोजपुरी फिल्मों को पैन इंडिया ले जाने की प्लानिंग पर काम कर रहे हैं। उन्होंने इस सिनेमा के पिछड़ने की असली वजह से भी रूबरू कराया।

Gagan Gurjar | Published : Feb 22, 2023 2:00 PM IST

एंटरटेनमेंट डेस्क. भोजपुरी सिनेमा की फिल्म 'संघर्ष 2' (Sangharsh 2) का टीजर जबसे सामने आया है, तब से लगातार यह फिल्म चर्चा में बनी हुई है। फिल्म के लीड एक्टर खेसारी लाल यादव (Khesari Lal Yadav)  हैं और इसमें उनकी एक अलग ही पर्सनैलिटी देखने को मिल रही है। लेकिन इस फिल्म, खेसारी लाल के लुक आदि के लिए जिसे सबसे ज्यादा क्रेडिट जाता है, वह इसके प्रोड्यूसर रतनाकर कुमार (Ratnakar Kumar) हैं। एशियानेट न्यूज़ हिंदी से खास बातचीत में रतनाकर कुमार ने फिल्म की कहानी, खेसारी लाल के लुक और भोजपुरी सिनेमा से कन्नी काटने वाले स्टार्स आदि के बारे में बात की। पेश हैं उनसे उनकी बातचीत के अंश...

Q. आपकी बड़ी अच्छी फिल्म आ रही है 'संघर्ष 2'। इसके बारे में कुछ बताइए।

A. 'संघर्ष 2' सामाजिक मुद्दों पर बनी फिल्म है। इसे कॉम्पिटेटिव मार्केट के लिए तैयार किया गया है। इसे कुछ इस ढंग से फिल्माया गया है कि जो लुक साउथ इंडियन सिनेमा या बॉलीवुड में आता है, वह भोजपुरी सिनेमा में भी आ सके। इस फिल्म को बनाने का मकसद यही है कि लोग इसे देखें और इसकी सराहना करें।

Q. क्या इसे भोजपुरी सिनेमा की सबसे महंगी फिल्म कहा जा सकता है?

A. महंगी नहीं बोल सकते। हो सकता है कि लोग हमसे भी महंगी फिल्म बनाएं। एक सोच महंगी है। हमें एक पैरलल सिनेमा बनाना था। साउथ का अगर आप पांच साल पहले का मार्केट देखें और अब का मार्केट देखें तो उन्होंने अपने आपको डेवलप किया है। वहां की फ़िल्में अब बॉलीवुड के पैरलल में रिलीज होने लगी हैं। हम लोगों ने भी वही सोचा कि एक ऐसी पिक्चर बननी चाहिए कि हम उसे बॉलीवुड और साउथ के पैरलल लोगों को दिखा सकें। बनाने में जो कॉस्ट लगनी चाहिए, वह तो लगी ही है, लेकिन एक सोच थी, जिसके लिए इसे बनाया गया है।

Q. खेसारी लाल यादव के लुक पर काफी काम किया गया है। उनकी बॉडी काफी स्ट्रॉन्ग दिख रही है। उन्होंने इस पर कैसे काम किया?

A. एक साल से इसकी तैयारी चल रही थी। वो जब भी कोई फिल्म करके आते थे। 5-10 दिन का समय इस फिल्म (संघर्ष 2) की तैयारी पर देते थे कि मैं ऐसे करूंगा, वैसे करूंगा। बॉडी पर उन्होंने बहुत मेहनत की है और लगातार की है। इस फिल्म के लिए उन्होंने जो मेहनत की है, शायद ही कोई और कर पाता। हमें लग नहीं रहा था कि ऐसा कुछ हो पाएगा। लेकिन उनकी मेहनत स्क्रीन पर दिखाई दे रही है। हमें अपने आर्टिस्ट पर बहुत प्राउड है। यह उनकी मेहनत ही है कि दुनियाभर में जिसने जहां भी टीजर देखा, वहां से इसे सराहना मिली है।इसी ढंग से प्रयास जारी रखना है। जो पैरलल सिनेमा खड़ा करने का सपना था, वह अब साकार होते दिख रहा है।"

Q. फिल्म के एक्शन सीन गजब के हैं। इसकी शूटिंग 70 माले की बिल्डिंग पर की गई है?

A. जी हां, बैंकाक में इससे भी ऊंची बिल्डिंग पर इसकी शूटिंग की गई है। जहां हमने शूटिंग की, वह एक हेलिपैड था, जो काफी लोकेशन सर्च करने के बाद मिला था। तीन-चार दिन तो यह खोजने में लग गए थे कि सबसे ऊंची बिल्डिंग कौन सी है। डायरेक्टर पराग पाटिल ने इन सब चीजों को बहुत अच्छे से फिल्माया है।

Q. फिल्म का ट्रेलर कब लाने की प्लानिंग है और फिल्म को कब तक रिलीज करने की योजना है?

A. ट्रेलर जल्दी ही आएगा। हम इस पर काम कर रहे हैं। टीजर को रिस्पॉन्स मिला है, उसे देखकर लगता है कि लोगों कि उम्मीदें बहुत ज्यादा पाल रखी हैं कि इस फिल्म में कुछ ना कुछ तो खास होगा। फिल्म की रिलीज डेट को लेकर थोड़ा कन्फ्यूजन है। क्योंकि 400-500 स्क्रीन की तलाश कर रहे हैं, ताकि ज्यादा से ज्यादा शहरों में दिखा सकें।

Q.भोजपुरी फ़िल्में रिलीज के मामले में पैन इंडिया तक कब पहुंच पाएंगी?

A. साउथ के लोग नॉर्थ खोजते हैं। बहुत साइकोलॉजिकल चीजें हैं। वहां से वो बाहर निकल गए तो उनका दायरा बढ़ गया। लेकिन अगर हमें अपना दायरा बढ़ाना है तो नॉर्थ को कॉम्पिटीट करना पड़ेगा। नॉर्थ में ही सपोर्ट नहीं है। खैर, हम प्लान कर रहे हैं कि कैसे फिल्मों को पैन इंडिया तक पहुंचा पाएं। लोगों को जब दिखेगा, तभी वे जान पाएंगे कि ये फिल्म या ये भाषा क्या है? काम जारी है और हम उसमें सक्सेफुल होंगे।

Q. सरकार की ओर से भोजपुरी को बढ़ावा देने के लिए क्या प्रयास किए जाने चाहिए?

A. सरकार अगर हर थिएटर में एक या दो शो भोजपुरी सिनेमा के लिए कम्पलसरी कर दे तो जाहिरतौर पर लोग अच्छी फ़िल्में बनाएंगे। और मेहनत करेंगे। लेकिन अभी तक ऐसा कोई कम्पल्सन नहीं है। सामान बेचने के लिए कम से कम दुकान तो चाहिए। सरकार से यही गुजारिश है कि इस दिशा में काम करें। क्योंकि एंटरटेनमेंट वर्ल्ड भी कहीं ना कहीं रेवेन्यू का हिस्सा है।

Q. एक ज़माना था, जब अमिताभ बच्चन और मिथुन चक्रवर्ती जैसे लोगों ने भोजपुरी सिनेमा में काम किया है। लेकिन अब बॉलीवुड स्टार्स यहां आने से क्यों कतराते हैं?

A. भोजपुरी में अमिताभ बच्चन ने काम किया है, जया भादुड़ी ने भी काम किया है। दिलीप कुमार और सायरा बानो ने एक फिल्म बनाई। बॉलीवुड के अब भोजपुरी से ना जुड़ने की वजह यह है कि बिहार से हिंदी फिल्म इंडस्ट्री के जो बड़े स्टार्स हैं, उनका समर्थन भोजपुरी को नहीं है। उन्हें सपोर्ट में आना चाहिए। बॉलीवुड में बनने वाली लगभग सभी वेब सीरीज में बिहार के टॉपिक हैं। अगर कोई बड़ा बॉलीवुड स्टार बोल दे कि मैं भोजपुरी फिल्म करना चाहता हूं तो मैं उसमें सभी पैसे लगा दूंगा। मैं नाम नहीं लेना चाहूंगा, लेकिन बिहार से बॉलीवुड के एक बहुत अच्छे आर्टिस्ट हैं। ठेठ गांव के हैं, लेकिन इंटरव्यू में भोजपुरी के सवाल पर उन्होंने माइक साइड कर दिया। यह देखकर मुझे बहुत दुख हुआ। कहने का मतलब है कि जब आप एक अच्छे मुकाम पर पहुंच गए हैं तो आप अपने लोगों की मदद करें और उन्हें भी आगे बढ़ाएं।

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