
Abhay Deol does not want his own child: सनी और बॉबी देओल के कजिन ब्रदर अभय देओल ने खुलासा किया है कि उनकी बच्चे पैदा करने की कोई प्लानिंग नहीं है, उन्होंने कहा कि वे दुनिया की बढ़ती आबादी में अपना योगदान नहीं देना चाहते। यूट्यूब चैनल जय मदान - लेडी ऑफ फॉर्च्यून पर एक इंटरव्यू में 47 वर्षीय एक्टर ने कहा कि अगर वे कभी बच्चे की परवरिश करना चाहें, तो गोद लेना चाहेंगे। ये उनका फेवरेट उनका ऑप्शन होगा। उन्होंने इस बारे में उनकी अपनी चिंचाएं भी हैं, पिता बनने से उनके शांत और सहज स्वभाव पर क्या असर पड़ सकता है।
पेरेंटस बनने के अपने विचारों के अलावा, अभय ने शादी पर अपने पुराने रुख को दोहराया और इसे एक ज़रूरत के बजाय एक कल्चरल स्ट्रक्चर ( सांस्कृतिक संरचना) बताया। अभय ने साफ किया कि, "मैं बच्चे नहीं चाहता। अगर मुझे घर बसाना होता, तो मैं खुद बच्चे पैदा करने के बजाय गोद लेता। मैं दुनिया को देखता हूं, और सोचता हूं, 'मैं यहाँ बच्चा क्यों लाउंगा?'" उन्होंने आगे कहा कि जनसंख्या वृद्धि की वजह से धरती पहले से ही भारी प्रेशर में है, और वह इस बोझ को और बढ़ाना नहीं चाहते।
वहीं अपने शांत और एकदम सहज व्यक्तित्व ( easygoing personality ) के लिए जाने जाने वाले अभय ने यह भी एक्सेप्ट किया कि बच्चे को पालने में उनकी शांति भंग हो सकती है। उन्होंने कहा, "अगर मेरा बच्चा हुआ, तो मैं नियंत्रणकारी (controlling ) और अधिकार जताने वाला हो जाउंगा। मैं अपना कूल नेचर खो दूंगा और हमेशा टेंशन में रहूंगा। हम बड़े होते हुए बहुत सेफ थे, और मुझे डर है कि इसका असर मेरे बच्चे पर भी पड़ेगा।" और शादी का क्या? उस पर भी भरोसा मत कीजिए। अभय लंबे समय से इस संस्कर को लेकर संशय जताते रहे हैं और इसे लाइप का नेचुरल पार्टन मानकर एक 'सांस्कृतिक रचना' कहते रहे हैं।
अभय को आखिरी बार नेटफ्लिक्स सीरीज़ ट्रायल बाय फायर में देखा गया था, उन्होंने शेखर कृष्णमूर्ति की भूमिका निभाई थी, जो 1997 के उपहार सिनेमा अग्निकांड में अपने बच्चों को खोने के बाद न्याय की तलाश में एक दुखी पिता की कहानी है।