उन्होंने कहा, "मेरे लिए सिर्फ कंटेंट मायने रखता है। इससे फर्क नहीं पड़ता कि फिल सोलो हीरो है, टू हीरो है या थ्री हीरो है। मैं नहीं जानता कि ज्यादा मल्टीस्टारर फ़िल्में क्यों नहीं बन रही हैं। बन रही हैं, लेकिन और बनना चाहिए। क्योंकि अगर आप पिछले दो तीन साल का ट्रेंड देखें तो ऐसी फ़िल्में सफल रही हैं।"