आयशा को गर्व है कि उन्होंने बिहार की भूमि में जन्म लिया। वे इसे चाणक्य, आर्यभट्ट और माता सीता की जन्मभूमि बताती हैं। वे इस माटी से गहरा लगाव भी महसूस करती हैं। वे कहती हैं, "मैं मुंबई में रहती हूं, लेकिन मेरी आत्मा तो बिहार में बसी है।" उनका मानना है कि बिहार की बेटियां आगे बढ़ें, वे भी अपने सपनों को पूरा करें।