एंटरटेनमेंट डेस्क. पॉपुलर एक्ट्रेस मल्लिका शेरावत इन दिनों अपनी अपकमिंग फिल्म 'विक्की विद्या का वो वाला वीडियो' का जमकर प्रमोशन कर रही हैं। इस दौरान उन्होंने खुलासा किया कि जब वो पैदा हुई थीं, तब उनके घर वाले डिप्रेशन में चले गए थे। इसके साथ ही मल्लिका ने कहा कि उनके घर वालों ने उनके साथ बहुत भेदभाव किए, क्योंकि वो एक लड़की थीं।
इस वजह से काफी दुखी रहती थीं मल्लिका शेरावत
मल्लिका शेरावत ने कहा, 'मुझे लाइफ में किसी का सपोर्ट नहीं मिला। न तो मेरी मां ने और न ही मेरे पापा ने मेरा साथ दिया। मेरे परिवार ने मेरा काभी सपोर्ट नहीं किया। मेरे पेरेंट्स मेरे और मेरे भाई के बीच बहुत भेदभाव करते थे। मैं अपने बड़े होने के सालों तक में ये सोचकर बहुत दुखी रहती थी कि मेरे पेरेंट्स मेरे साथ इतना भेदभाव क्यों करते हैं। बचपन में मुझे समझ नहीं आता था, लेकिन अब समझ आता है कि वो लड़का है उसको विदेश भेजो, उसको पढ़ाओ, उसमें पैसा इन्वेस्ट करो। परिवार की सारी संपत्ति लड़के को जाएगी, पोते को जाएगी। लड़कियों के बारे में क्या? वो शादी करेंगी, वो एक बोझ है।'
मल्लिका के पैदा होने से उनकी मां को हो गया था डिप्रेशन
मल्लिका शेरावत ने आगे कहा, 'तो, मुझे इसके बारे में बहुत बुरा लगता था, लेकिन फिर मुझे एहसास हुआ कि सिर्फ मैं ही नहीं, बल्कि मेरे गांव की सभी लड़कियां इस तरह के भेदभाव और अन्याय से गुजर रही थीं। मेरे पेरेंट्स ने मुझे सब कुछ दिया, अच्छी शिक्षा दी, लेकिन खुली मानसिकता या अच्छे विचार नहीं दिए। उन्होंने मुझे आजादी नहीं दी। उन्होंने मेरा पालन-पोषण नहीं किया, कभी मुझे समझने की कोशिश नहीं की। मैं सीक्रेटली बहुत सारे खेल खेल रही थी, क्योंकि मेरे परिवार ने मुझे ये कहने की इजाजत नहीं दी थी। तुमसे शादी कौन करेगा? मुझ पर बहुत सारी पाबंदियां थीं। जब मेरा जन्म हुआ तो मेरे परिवार में मातम छा गया था। मुझे यकीन है कि मेरी मां डिप्रेशन में चली गई थी, बेचारी।
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