सार
हॉट और खूबसूरत आइटम सांग अभिनेत्री मल्लिका शेरावत (Hot beautiful item song actress Mallika Sherawat) फिर से फिल्मों में वापसी कर रही हैं। 11 अक्टूबर को रिलीज हुई फिल्म 'विक्की विद्या का वो' (Vicky Vidya Ka Vo) में उन्होंने एक आइटम नंबर किया है। इस फिल्म में राजकुमार राव (Rajkumar Rao) और तृप्ति डिमरी (Tripti Dimri) मुख्य भूमिका में हैं। फिल्म के प्रमोशन में व्यस्त मल्लिका शेरावत ने अपने पुराने अनुभवों को साझा किया है। उन्होंने बताया कि एक टॉलीवुड डायरेक्टर उनसे क्या चाहते थे।
टॉलीवुड (Tollywood) का राज खोला अभिनेत्री ने : मल्लिका ने कई भाषाओं की फिल्मों में काम किया है। आइटम सांग के लिए जानी जाने वाली अभिनेत्रियों में उनका नाम भी शामिल है। शूटिंग के दौरान कलाकारों को कई तरह के अनुभव होते हैं। कुछ बुरे तो कुछ मजेदार। मल्लिका ने टॉलीवुड में अपने एक अजीबोगरीब अनुभव के बारे में बताया।
पेट पर रोटी : दर्शकों को आकर्षित करने के लिए निर्देशक कई तरह के हथकंडे अपनाते हैं। खासकर आइटम सांग में ऐसे प्रयोग ज्यादा होते हैं। मल्लिका शेरावत के अनुसार, एक टॉलीवुड फिल्म के गाने की शूटिंग चल रही थी। गाना सामान्य होगा, ऐसा सोचकर मल्लिका ने शूटिंग के लिए हामी भर दी थी। लेकिन वहां कुछ और ही हुआ। मल्लिका के पास आए निर्देशक ने कहा, 'मैडम, हम दिखाना चाहते हैं कि आप कितनी हॉट हैं। इस सीन में हीरो आपके पेट पर रोटी बनाएंगे।' यह सुनकर मल्लिका हैरान रह गईं और उन्होंने शूटिंग छोड़ दी। मल्लिका ने यह नहीं बताया कि यह कौन सी फिल्म थी और कौन से निर्देशक थे।
मल्लिका ने आगे कहा, 'महिलाओं की खूबसूरती को दिखाने का उनका तरीका देखकर मैं हैरान रह गई। मुझे यह पसंद नहीं आया। मैंने काम छोड़ दिया।' उसी इंटरव्यू में मल्लिका ने बताया कि फिल्मों में महिलाओं की खूबसूरती का कैसे इस्तेमाल किया जाता है। फिल्म इंडस्ट्री दशकों से महिलाओं की कामुकता का इस्तेमाल कर रही है। महिलाओं को कार, साबुन, वॉशिंग मशीन और टूथपेस्ट समेत हर चीज बेचने के लिए इस्तेमाल किया जाता है।
2022 में मल्लिका रजत कपूर की फिल्म 'आरके/आरके' में नजर आई थीं। उसके बाद ब्रेक लेने वाली मल्लिका अब वापस आ गई हैं। इंटरव्यू में मल्लिका ने अपने बचपन समेत कई मुद्दों पर बात की। बचपन से ही अकेले संघर्ष करती रहीं मल्लिका शेरावत। उन्हें न तो पिता का और न ही माँ का साथ मिला। हरियाणा में पितृसत्तात्मक समाज बहुत कठोर है। पुरुषों का महिलाओं पर अत्याचार करना आम बात है। लेकिन महिलाएं भी महिलाओं को आगे बढ़ने नहीं देतीं। वे उन्हें पितृसत्ता की मुट्ठी में कैद रखने की कोशिश करती हैं। मेरे घर में ही मेरे और मेरे भाई के बीच बहुत भेदभाव किया जाता था। मेरे जन्म के बाद मेरी माँ डिप्रेशन में चली गई थीं।