इंडियन एक्सप्रेस के साथ एक इंटरव्यु में, कुमार शानू ने कहा, "पंचम दा (आरडी बर्मन) रिकार्डिंग रूम में आए और मुझसे कहा, 'देखो इस सांग में बहुत सारे 'जैसे' शब्द हैं। जैसे खिलता गुलाब, जैसे शायर का ख्वाब, जैसी उजली किरण, जैसे बन में हिरन...' सिर्फ एक मुखड़े में कई 'जैसे' थे। उन्होंने मुझसे कहा, 'सानू, मैं चाहता हूं कि 'जैसे' का हर जिक्र एक दूसरे से अलग हो । एक जैसा स्वर नहीं आना चाहिए।' उन्होंने मुझसे कहा कि अगर मैं प्रत्येक 'जैसे' को खास तरीके से गाता हूं, तो मेरा गाना हिट है!"