
Kajol Film Maa Day 1 Collection Prediction: काजोल की फिल्म मां शुक्रवार को सिनेमाघरों में रिलीज हुई। फिल्म की रिलीज के साथ इसे दर्शकों द्वारा काफी पसंद किया जा रहा है। फिल्म देखने वाले सोशल मीडिया पर इसकी तारीफ भी कर रहे हैं। लोगों को काजोल की एक्टिंग सबसे ज्यादा पसंद आई। बता दें कि ऐसा पहली बार है काजोल किसी हॉरर जोनर वाली फिल्म में काम कर रही हैं। फिल्म रिलीज के साथ अब इसके बॉक्स ऑफिस कलेक्शन को लेकर अनुमान लगाया जा रहा है। वैसे, आपको बता दें कि प्रोड्यूसर अजय देवगन ने फिल्म का बॉक्स ऑफिस पर गेम पलटने के लिए एक खास ऑफर भी दर्शकों को दिया है।
विशाल फुरिया द्वारा निर्देशित फिल्म मां से काजोल की बड़े पर्दे पर दमदार वापसी की है। यह उनके करियर की पहली हॉरर फिल्म है, और उन्होंने इसमें कमाल दिखाया है। अजय देवगन के प्रोडक्शन हाउस के बैनर तले बनी फिल्म मां को लेकर बताया जा रहा है कि ये बॉक्स ऑफिस अच्छा परफॉर्म करेंगी। शुरुआती अनुमानों से पता चलता है कि फिल्म पहले दिन 4.5 करोड़ से 6.5 करोड़ के बीच कलेक्शन कर सकती है। मेकर्स को उम्मीद है कि काजोल की मां शाहिद कपूर की फिल्म देवा की पहले दिन की कमाई को पार कर जाएगी, जिसने 5.78 करोड़ के साथ ओपनिंग की थी।
अजय देवगन ने फिल्म मां का बॉक्स ऑफिस कलेक्शन बढ़ाने के लिए एक स्मार्ट गेम खेला है। इससे भी उम्मीद है कि मूवी का पहले दिन कलेक्शन शानदार हो सकता है। दरअसल, अजय ने फिल्म की बु्किंग को लेकर एक खास स्टेटजी अपनाई है। उन्होंने 2 टिकिट के साथ 1 टिकिट फ्री का ऑफर दिया है। उन्होंने इंस्टाग्राम पर पोस्ट शेयर कर लिखा था- चंद्रपुर के डर का सबसे अच्छा आनंद एक साथ लिया जा सकता है। 2 टिकट खरीदें, 1 मुफ्त पाएं। यह ऑफर केवल इस शुक्रवार तक वेलिड है। इस ऑफर से निर्माताओं को मां के लिए दर्शकों की संख्या में बढ़ोत्तरी की उम्मीद है। फिल्म को बॉक्स ऑफिस पर तारे जमीन पर, हाउसफुल 5 और अक्षय कुमार की कन्नप्पा से कड़ी टक्कर का सामना करना पड़ रहा है।
फिल्म मां के बारे में
बात काजोल की फिल्म मां की कहानी की करें तो इसमें दिखाया कि चालीस साल पहले चंदरपुर गांव में मां काली को एक नवजात लड़की की बलि दी गई थी। ये बलि दैत्य नाम एक प्राचीन राक्षस को प्रसन्न करने के लिए दी गई थी, जो गांव के किनारे एक शापित पेड़ पर रहता है। अंबिका (काजोल) और शुवांकर (इंद्रनील सेनगुप्ता) इस काली विरासत से बंधे एक परिवार से हैं, जहां हर पीढ़ी को अपनी बेटियों को राक्षस को अर्पित करने का श्राप दिया जाता है। इस प्रथा को तोड़ते हुए कपल अपनी बेटी श्वेता (खेरिन शर्मा) को सुरक्षित पालने के लिए गांव से भाग जाते हैं। शुवांकर की अचानक रहस्यमयी मौत के बाद अंबिका को श्वेता के साथ अपने पैतृक घर को बेचने के लिए चंदनपुर लौटने के लिए मजबूर होना पड़ता है। फिर जो होता है, उसके लिए पूरी फिल्म देखनी होगी।