
केसरी चैप्टर 2 की कहीना जलियांवाला बाग नरसंहार और इसके दोषी जनरल डायर के खिलाफ कानूनी लड़ाई को दिखाती है। जलियांवाल बाग की घटना को बेहद मार्मिक तरीके से फिल्माया गया है। जो दर्शकों के आंखों में आंसू भर देता है। इसका म्यूजिक भी दृश्यों को और प्रभावी बनाता है। इसके बाद कोर्ट रूम ड्रामा फिल्म का मुख्य पार्ट है। जिसपर से दर्शकों की निगाहें नहीं हटती है। हर डायलॉग असर छोड़ता दिखता है। थिएटर में अक्षय कुमार के हर संवाद पर जोरदार तालियां पीटी गई हैं। फिल्म की एडीटिंग पर टफ और हार्ड वर्क किया गया है। फिल्म की कहानी कहीं से छूटती नहीं दिखती है। केसरी चैप्टर 2 के दोनों हॉफ दर्शकों को बांधे रखते हैं। फिल्म का सेट और बैकग्राउंड अंग्रेजी हुकूमत के भारत को बखूबी पेश करता है।
तरण आदर्श ने दिए 5 मे से 4 स्टार
फिल्म क्रिटिक और ट्रेड एनालिस्टतरण आदर्श ने केसरी चैप्टर 2 को 5 में से 4 स्टार की रैकिंग दी है। उन्होंने मवी को आउटस्टैंडिंग बताया है। तरण आदर्श ने केसरी चैप्टर 2 को हार्ड हिटिंग, ग्रिपिंग और पॉवरफुल मूवी बताया है। वे मानते हैं कि ये बॉलीवुड की सबसे बेहतरीन फिल्मों में शामिल की जाएगी। इसने एक आम भारतीय को ये बताने की कोशिश की है कि हमने अपनी आजादी के लिए क्या खोया है। आजादी की क्या कीमत होती है, इसे किसी को भूलना नहीं चाहिए। वैसे जो भी दर्शक अभी थिएटर से बाहर निकल रहे हैं, वो एकदम इमोशनल हैं, आंखें नम हैं, फिल्म को बेहद शानदार बताते हुए अंग्रेजों के खिलाफ अपना गुस्सा जता रहे हैं। अक्षय कुमार और आर माधवन की जबरदस्त एक्टिंग की तारीफ हर दर्शक कर रहा है। फिल्म बेहद शानदार है, इसे हम भी 5 में से 4 स्टार देते हैं।
#OneWordReview...#KesariChapter2: OUTSTANDING.
Rating: ⭐️⭐️⭐️⭐️
Powerful. Hard-hitting. Gripping... One of the finest films to emerge from the #Hindi film industry... #AkshayKumar terrific, #RMadhavan superb... MUST WATCH. #KesariChapter2Review#KesariChapter2 isn't just a film… pic.twitter.com/KhXJCPGnDJ
केसरी चैप्टर 2 की कई जगहों पर खास स्क्रीनिंग की गई है। दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि फिल्म देखते समय उनके रोंगटे खड़े हो गए। वहीं रिलीज से ठीक पहले की की रात केसरी चैप्टर 2 का नाइट प्रीमियर भी किया गया था। इसमें अक्की के कुछ फैंस को फिल्म दिखाई गई थी, इसके बाद उनका रिव्यू भी लिया गया था। इसमें से ज्यादातर लोगों के आंखों में आंसू देखे गए थे।
ब्रिटिश हुकूमत के ज्यादतियों के खिलाफ कई फिल्में बनाई जा चुकी हैं, इसमें ज्यादातर मूवी स्वतंत्रता सेनानियों पर बेस्ड हैं। केसरी चैप्टर 2 को पहली ऐसी फिल्म कहा जा सकता है, जिसने गोरों को उन्हीं के कानून के मुताबिक चुनौती दी, पूरी दुनिया के सामने उनके अन्याय के शासन को सामने लाया है।