शारदा राजन आयंगर का कैंसर की वजह से निधन हो गया है। इस खबर को सुनने के बाद हर कोई सोशल मीडिया के जरिए श्रद्धांजलि व्यक्त कर रहा है।
एंटरटेनमेंट डेस्क. इंडस्ट्री की पॉपुलर सिंगर शारदा राजन आयंगर का आज (14 जून) 86 साल की उम्र में निधन हो गया। उनकी मौत कैंसर की वजह से हुई है। अब इस खबर को सुनने के बाद हर कोई शॉक रह गया है। शारदा ने अपने टैलेंट के दम पर इंडस्ट्री में अलग पहचान बनाई थी।
शारदा को 'तितली उड़ी' गाने से मिली थी असली पहचान
शारदा का जन्म 25 अक्टूबर 1937 को तमिलनाडु के में हुआ था। फिल्म इंडस्ट्री में उनकी एंट्री राज कपूर की वजह से हुई थी। राज ने ही उन्हें म्यूजिक डायरेक्टरर्स शंकर-जयकिशन से मिलवाया था। इसके बाद शंकर-जयकिशन ने उन्हें पहला ब्रेक दिया। पहले ही गाने में शारदा ने कमाल कर दिया और इसके बाद उन्होंने अपने करियर में कभी भी पीछे मुड़कर नहीं देखा। हालांकि शारदा को 'तितली उड़ी' गाने के लिए भी खूब पसंद किया गया था।
हिंदी के अलावा कई भाषाओं में गाने गाती थीं शारदा
शारदा ने मोहम्मद रफी, आशा भोसले, किशोर कुमार, येसुदास, मुकेश और सुमन कल्याणपुर जैसे फेमस सिंगर्स के साथ काम किया है। वह सायरा बानो, हेमा मालिनी, शर्मिला टैगोर, मुमताज, रेखा और हेलेन जैसी एक्ट्रेस की आवाज रही हैं। शारदा ने 1971 में 'सिजलर्स' नाम से अपना पॉप एल्बम जारी किया था। ऐसा करने वालीं वे पहली भारतीय महिला गायिका थीं। शारदा हिंदी सॉन्ग्स के अलावा तेलुगु, मराठी, अंग्रेजी और गुजराती भाषाओं में भी गाने गाती थीं।
आपको बता दें शारदा ने आखिरी बार 2007 में आई एल्बम मिर्जा गालिब गजल, अंदाज-ए-बयां में गाना गाया था। हालांकि उसके बाद वो लाइमलाइट से दूर हो गईं, लेकिन वो अक्सर सोशल मीडिया पर अपने पुराने दिनों की याद करती रहती थीं।
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