Shah Rukh Khan की जिंदगी के कई ऐसे किस्से हैं, जिनके बारे में लोग कम जानते हैं। जैसे कि थिएटर ग्रुप में नाम बदलकर एंट्री लेना। किसी फिल्म की सीन नोटबुक को अब भी संभालकर रखना। पत्रकार को अपनी जैकेट गिफ्ट करना आदि। पढ़ें उनके ऐसे ही 5 किस्से…
शाहरुख़ खान ने बच्चे को डायलॉग सिखाया, वो सीन बन गया
करन जौहर की बायोग्राफी 'करन जौहर : एन अन सूटेबल बॉय' के मुताबिक़, यह 2008 में तब की बात है, जब शाहरुख़ खान एक चाइल्ड आर्टिस्ट के साथ सैन फ्रांसिस्को में 'माय नेम इज खान' की शूटिंग कर रहे थे। इस दौरान बच्चा डायलॉग भूल गया। शाहरुख़ ने शूटिंग रुकवाई नहीं, बल्कि उसे अपने अंदाज़ में 'रिपीट आफ्टर मी' स्टाइल में डायलॉग सिखाने लगे। बाद में करन जौहर ने इस सीन को रीटेक नहीं कराया, बल्कि उसे ज्यों का त्यों फिल्म में रख लिया।
यशराज फिल्म्स की 50वीं वर्षगांठ पर प्रोडक्शन हाउस की डॉक्युमेंट्री 'द रोमांटिक्स' रिलीज हुई थी। इसमें एक जगह शाहरुख़ खान का बयान है। उनके मुताबिक़, डायरेक्टर आदित्य चोपड़ा ने 'दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे' की शूटिंग के वक्त हर सीन के इमोशन कोड लिखकर दिए थे और वह नोटबुक उन्होंने कभी नहीं फेंकी। आज भी उनकी मन्नत की लाइब्रेरी में एक छोटे से लकड़ी के बॉक्स में यह नोटबुक रखी हुई है।
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नाम बदलकर दिया थिएटर ग्रुप के लिए ऑडिशन
शाहरुख़ खान जब दिल्ली यूनिवर्सिटी से पढ़ाई कर रहे थे, तब उन्होंने बैरी जॉन के थिएटर एक्शन ग्रुप में ऑडिशन के लिए फॉर्म भरा था। हालांकि, शर्म के चलते उन्होंने अपना असली नाम नहीं लिखा, बल्कि खुद को 'थॉमस खान' के रूप में मेंशन किया था। ताकि लोग उन्हें पहचान ना लें। यह खुलासा 2008 में हिंदुस्तान टाइम्स को दिए एक इंटरव्यू में खुद बैरी जॉन ने किया था।
यह उस वक्त की बात है, जब शाहरुख़ खान ने एक साउथ अफ्रीकी पत्रकार को इंटरव्यू दिया था। इंटरव्यू के बाद पत्रकार ने SRK से मजाकिया लहजे में कहा था, "आपका जैकेट पहनूं तो शायद इंटरव्यू और बेहतर लिख पाऊंगा।" यह सुन सुपरस्टार ने अपनी जैकेट उतारकर उस पत्रकार को दे दी, जिसने बाद में यह स्वीकार किया कि वह जैकेट उसके लिए लकी चार्म बन गई थी। 2010 में एनडीटीवी गुड टाइम्स की डॉक्युमेंट्री 'लिविंग विद अ सुपरस्टार : शाहरुख़ खान' में यह खुलासा हुआ था।
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शूटिंग के पहले दिन 'कुरान' और 'गीता' दोनों रखते हैं साथ
शाहरुख़ खान जब भी किसी प्रोजेक्ट की शूटिंग शुरू करते हैं, तो सेट पर पहले दिन उनके साथ कुरान और गीता दोनों होते हैं। शाहरुख़ खान के मुताबिक़, उनकी मां दिवंगत लतीफ़ फातिमा खान ने उन्हें सिखाया था कि जिससे जो सीख मिले, उसे सम्मान दो। शाहरुख़ खान ने 1999 में सिमी ग्रेवाल के शो ' Rendezvous with Simi Garewal' पर कहा था, "हर फिल्म के पहले शॉट पर मैं दुआ और श्लोक दोनों पढ़ता हूं। यह मुझे संतुलित रखता है।"