
Anurag Kashyap & entire college to watch SRK's 'Deewana': शाहरुख खान की पहली फिल्म 'दीवाना' सुपरहिट हुई थी। साल 1992 में रिलीज़ हुई इस मूवी से ही उनकी पहचान बनना शुरु हो गई थी। इसकी रिलीज के वक्त अनुराग कश्यप दिल्ली यूनिवर्सिटी के हंसराज कॉलेज में उनके जूनियर थे। गैंग्स ऑफ वासेपुर डायरेक्टर ने हाल ही में एक शो पर बताया कि शाहरुख खान बहुत टेलेंटेड थे, वे उनके कॉलेज के सीनियर थे। हॉकी और बास्केटबॉल कैप्टन रह चुके थे। उन्हें 'स्पोर्ट्समैन ऑफ द ईयर' का खिताब मिला था। वे 'इकोनॉमिक्स में टॉपर' थे, जब उनकी पहली मूवी रिलीज हुई तो पूरे कॉलेज में जबरदस्त एक्साइटमेंट था। किंग खान की 'दीवाना' रिलीज़ होने पर पूरा हंसराज कॉलेज थिएटर पहुंच गया था। वहीं जब फिल्म में शाहरुख की पहली एंट्री हुई, वो गाना 'कोई ना कोई चाहिए' आया, तो पूरा थिएटर सीटियों और तालियों से गूंजने लगा था। इतना शोर था कि मुझे नहीं लगता किसी ने भी गाना सुना होगा। सब अपने सीनियर को सिल्वर स्क्रीन पर देखकर जश्न मना रहे थे।
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शाहरुख खान अपने कॉलेज में हमेशा से हीरो थे, वे बेहद शानदार प्लेयर थे। पढ़ाई में भी आगे रहते थे।अनुराग कश्यप ने बताया कि कई छात्रों के वे रोल मॉडल थे। फिर जब उन्होंने फिल्मों की तरफ रुख किया तो वहां भी उन्होंने झंडे गाड़े। अब हम दोनों फिल्म लाइन में हैं, मैं डायरेक्टर हूं, लेकिन उन्हें लेकर कोई फिल्म बनाने का सोचा नहीं, वो बहुत बड़े स्टार हैं। उनके लिए कैरेक्टर लिखना अलग तरह की बात है। मैं दूसरे मूड की मूवी बनाता हूं। फिर देखते है भविष्य में क्या होता है।
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शाहरुख खान ने साल 1992 में 'दीवाना' से बॉलीवुड में डेब्यू किया, बीते 33 सालों में वे 80 से ज्यादा फिल्मों में काम कर चुके हैं। 'बाज़ीगर', 'डर', 'दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे', कभी खुशी कभी गम, कुछ कुछ होता है जैसी ब्लॉक बस्टर मूवी दीं हैं। साल 1995 में रिलीज DDLJ ने उन्हें 'किंग ऑफ रोमांस' बना दिया; इसके बाद 'कल हो ना हो', 'चक दे इंडिया', 'डॉन' ने स्टारडम दिलाया। 'पठान', 'जवान' जैसी फ़िल्मों ने उनकी सफल वापसी कराई है।