बॉलीवुड पर राज करने वाली अभिनेत्रियों में श्रीदेवी का नाम सबसे ऊपर आता है, इसमें कोई शक नहीं। लेकिन, श्रीदेवी को कड़ी टक्कर देने वाली और खूब लोकप्रियता हासिल करने वाली अभिनेत्रियों में जयप्रदा और माधुरी दीक्षित का नाम कैसे भूल सकते हैं। इन तीनों की तिकड़ी प्रतिस्पर्धा कुछ ऐसी थी कि श्रीदेवी के बगल में जयप्रदा खड़ी होकर टक्कर दे रही थीं, तो नीचे से माधुरी दीक्षित पैर खींच रही थीं।
80 और 90 के दशक में बॉलीवुड का माहौल कुछ ऐसा था कि दक्षिण भारतीय फिल्मों से आईं श्रीदेवी ने अपनी खूबसूरती और बेहतरीन अभिनय से बॉलीवुड अभिनेत्रियों को धूल चटा दी थी। लेकिन, जयप्रदा, रेखा जैसी कुछ अभिनेत्रियाँ श्रीदेवी की लहर में बहने के बावजूद अपनी जगह बनाए रखने में कामयाब रहीं।
अपनी खूबसूरती के लिए मशहूर श्रीदेवी को सबसे ज्यादा टक्कर जयप्रदा से मिल रही थी। जयप्रदा की कई साउथ फिल्मों के रीमेक में श्रीदेवी ने काम किया था। कहा जाता है कि इस बात का गुस्सा जयप्रदा को था। साथ ही, दक्षिण भारत से आईं श्रीदेवी को लेकर जयप्रदा समेत कई बॉलीवुड अभिनेत्रियों के मन में कहीं न कहीं असंतोष था, ऐसा उस समय की खबरों से पता चलता है। कुल मिलाकर, जयप्रदा और श्रीदेवी के बीच सबकुछ ठीक नहीं था।
श्रीदेवी ने उस समय के सभी बड़े बॉलीवुड सितारों के साथ काम किया था। नंबर वन स्टार बनकर वो छा गई थीं। लेकिन, कई फिल्मों में जयप्रदा और श्रीदेवी दोनों को साथ काम करना था, और उन्होंने किया भी। उस समय यह अफवाह थी कि श्रीदेवी शादी के लिए भी जयप्रदा से बात नहीं करती थीं। लेकिन, यह श्रीदेवी का अहंकार नहीं था, बल्कि उन्हें हिंदी ठीक से बोलना नहीं आता था, इसीलिए वो जयप्रदा ही नहीं, किसी से ज्यादा बात नहीं करती थीं।
उस समय फैली खबरों में सबसे खास थी, जयप्रदा द्वारा श्रीदेवी पर की गई एक टिप्पणी! उन्होंने कहा था, 'मेरा सब कुछ असली है, कुछ लोगों की तरह नकली नहीं।' कहा जाता है कि जयप्रदा ने एक इंटरव्यू में बिना नाम लिए यह बात कही थी। लेकिन, नाम न लेने के बावजूद, उस समय यह बात फैल गई कि जयप्रदा ने यह बात 'नाक की प्लास्टिक सर्जरी करवाने वाली श्रीदेवी' के लिए ही कही थी।
जब एक ही फिल्म में दोनों को काम करना होता था, तो दोनों दूर-दूर बैठती थीं। श्रीदेवी फिल्म के अलावा किसी और बात पर बात नहीं करती थीं। जयप्रदा बात करतीं, तो 'हूं, हां' कहकर चुप हो जातीं और कहीं और देखने लगतीं। लेकिन, श्रीदेवी को हिंदी ठीक से नहीं आती, यह जानते हुए भी जयप्रदा ने उन्हें गलत समझा, ऐसा कहा जाता है। कुल मिलाकर, श्रीदेवी-जयप्रदा की कहानियाँ उस समय ही नहीं, आज भी लोगों के लिए रोचक हैं।