
The Bengal Files Controversy: डायरेक्टर विवेक अग्निहोत्री की फिल्म 'द बंगाल फाइल्स' 5 सितम्बर को रिलीज हो गई है। इस फिल्म की स्क्रीनिंग कोलकाता को छोड़कर पूरे देश में की जा रही है। लेकिन मुंबई के कांजुरमार्ग के थिएटर में फिल्म का पहले दिन का पहला शो ही कैंसिल कर दिया गया। वह भी तब जब कथिततौर पर इसके 50 फीसदी टिकट बिक चुके थे और लोग फिल्म देखने थिएटर पहुंच चुके थे। फिल्म का शो का कैंसिल होने के बाद दर्शक ना सिर्फ निराश हुए, बल्कि उन्होंने नाराजगी भी जाहिर की। थिएटर से बाहर का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें दर्शक थिएटर मालिक को चेतावनी देते सुनाई दे रहे हैं।
X पर नारायण पार्वती परशुराम नाम के एक यूजर ने थिएटर के बाहर का वीडियो शेयर करते हुए इसके कैप्शन में लिखा है, "कांजुरमार्ग के मूवी मैक्स थिएटर में 'द बंगाल फाइल्स' का पहले दिन का पहला शो कैंसिल हुआ, जबकि सुबह-सुबह के एक शो के 50 फीसदी टिकट बिक चुके थे।" इसी यूजर ने पोस्ट के थ्रेड में लिखा है, "मैनेजर ने एक घंटे की देरी के बाद फिल्म शुरू करने में मदद की। 'द बंगाल फाइल्स' हर लिहाज से बेहतरीन फिल्म है, जिस तरह से कोई फिल्म बेहतरीन हो सकती है।"
वीडियो में थिएटर के बाहर लोगों की भीड़ देखी जा सकती है। वीडियो में शो कैंसिल होने पर लोग नाराजगी जाहिर करते हुए कह रहे हैं, "यहां कई लोग 'द बंगाल फाइल्स' देखने का इंतज़ार कर रहे हैं। कई लोग लाइन में खड़े हुए हैं। जिन लोगों ने एडवांस में टिकट बुक कर लिए थे, उनका शो अचानक कैंसिल कर दिया गया। यह पूरी तरह निंदनीय है। शिवाजी महाराज का भूमि है ये, कोलकाता नहीं है ये।" एक अन्य यूजर वीडियो में कह रहा है, "हम यहां यहां 9 बजे के शो के लिए आए हैं और यह कैंसिल हो गया। यहां पूरी भीड़ है। कम से कम 50 लोग सुबह के शो के लिए पहुंचे हैं।"
'द बंगाल फाइल्स' की रिलीज से एक दिन पहले फिल्म की प्रोड्यूसर पल्लवी जोशी ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के नाम ओपन लेटर लिखा था और अपने संवैधानिक अधिकारों के लिए हस्तक्षेप और इनकी सुरक्षा की मांग की थी। पल्लवी जोशी ने अपने लेटर में लिखा था, “'द बंगाल फाइल्स फाइल्स ट्रायोलॉजी की अंतिम फिल्म है, जो 5 सितम्बर को रिलीज हो रही है। यह डायरेक्ट एक्शन डे पर हुए हिंदू नरसंहार, नोआखली की भयावहता और विभाजन के दर्द की सच्चाई को उजागर करती है, जो सालों से दबी हुई थी। लेकिन पश्चिम बंगाल में सच्चाई पर शिकंजा कसा जा रहा है। फिल्म पूरी होने से कई साल पहले मुख्यमंत्री (ममता बनर्जी) ने इसका मखौल उड़ाया था। तब से बेबुनियाद FIRs दर्ज की गईं। पुलिस ने हमारा ट्रेलर ब्लॉक कर दिया। यहां तक कि अख़बार विज्ञापन देने से भी बच रहे हैं।”
पल्लवी ने आगे लिखा है, "मेरी फैमिली को हर दिन राजनीतिक पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा धमकाया जा रहा है। अब थिएटर मालिकों का कहना है कि उन्हें धमकी मिल रही है और सत्ताधारी पार्टी के कार्यकर्ता उन्हें हिंसा का डर दिखाते हुए फिल्म दिखाने से रोक रहे हैं। कोई आधिकारिक बैन नहीं, फिर भी एक अनौपचारिक प्रतिबंध ने लोगों के फिल्म देखने से पहले ही इसे चुप करा दिया है।"