दरअसल, यह किस्सा उस्ताद जाकिर हुसैन के बचपन का है। उस्ताद की उम्र करीब 11 साल की थी। उनके पिता अल्ला राखा भी मशहूर तबला वादक थे। देश के जाने माने तबला वादक अल्ला राखा जाने माने उस्तादों पंडित रविशंकर, उस्ताद अली अकबर खान, बिस्मिल्लाह खान, पंडित शांता प्रसाद, पंडित किशन महाराज के साथ एक कांसर्ट कर रहे थे।