
चेन्नई: TVK अध्यक्ष विजय के करूर न आने के विरोध में एक महिला ने 20 लाख रुपए लौटा दिए। हादसे में मारे गए रमेश की पत्नी सांगवी ने ये पैसे TVK के बैंक खाते में वापस भेज दिए। सांगवी ने यह भी कहा कि उन्हें महाबलीपुरम में हुई मुलाकात के लिए नहीं बुलाया गया। सांगवी की ननद भूपति और रिश्तेदार भी चेन्नई पहुंचे थे।
विजय के खिलाफ तिरुचिरापल्ली में पोस्टर भी लगे हैं। शिकायत है कि उन्होंने मारे गए TVK कार्यकर्ताओं के परिवारों को नजरअंदाज किया। पोस्टर में पिछले साल विक्रवांडी सम्मेलन के दौरान मारे गए श्रीनिवासन और कला की तस्वीरें हैं। यह पोस्टर एक सामुदायिक संगठन के नाम पर लगाया गया है। इसमें लिखा है कि विजय के लिए 15 साल तक काम करने वाले इन दोनों को भुला दिया गया और दोनों के परिवार अनाथ हो गए।
करूर हादसे में मारे गए लोगों के परिवार वालों से विजय ने माफी मांगी। उन्होंने अपनी रैली के दौरान भगदड़ में मारे गए लोगों के परिवार वालों से मुलाकात के दौरान यह माफी मांगी। मारे गए लोगों की महिला रिश्तेदारों ने बताया कि विजय ने उनके पैर छूकर माफी मांगी। विजय ने मुलाकात में यह भी कहा कि उन्हें समझ नहीं आया कि करूर में क्या हुआ था। उन्होंने करूर में उनके घर न आ पाने के लिए भी माफी मांगी।
विजय ने करूर में परिवारों से न मिल पाने पर सफाई भी दी। उन्होंने बताया कि पुलिस ने तीन घंटे से ज्यादा के कार्यक्रम की इजाजत नहीं दी थी। विजय ने साफ किया कि उन्होंने सभी से विस्तार से बात करने के लिए ही चेन्नई आने को कहा था। कल सुबह नौ बजे से शाम तक महाबलीपुरम के एक रिसॉर्ट में विजय ने करूर में मारे गए लोगों के परिवारों से बात की।
महाबलीपुरम में कुल 37 परिवार पहुंचे थे। हादसे के बाद यह पहली बार था जब विजय ने पीड़ित परिवारों से सीधे मुलाकात की। विजय ने सभी परिवारों को आर्थिक मदद और बच्चों को पढ़ाई में मदद का भरोसा दिया है। TVK की तरफ से बुक किए गए करीब 50 कमरों वाले रिसॉर्ट में विजय ने हर परिवार से अकेले में मुलाकात की। विजय ने पीड़ित बच्चों की पढ़ाई समेत हर तरह की मदद का वादा किया।
पिछले महीने TVK की रैली के दौरान हुई भगदड़ में 41 लोगों की मौत हो गई थी। इस मामले में सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर सीबीआई ने जांच शुरू कर दी है। सीबीआई जांच की निगरानी के लिए सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज अजय रस्तोगी की अगुवाई में तीन सदस्यों की एक कमेटी भी बनाई गई है।