के. जी. जॉर्ज मलयालम सिनेमा के दिगज फिल्ममेकर थे। उन्होंने तीन दशक तक इंडस्ट्री में काम किया और तकरीबन 22 फिल्मों में अपना योगदान दिया। बतौर डायरेक्टर उनकी डेब्यू फिल्म 'स्वपंदनम' को नेशनल अवॉर्ड मिला था।
एंटरटेनमेंट डेस्क. मलयालम फिल्मों के दिग्गज डायरेक्टर केजी जॉर्ज (KG George) का निधन हो गया है। वे 77 साल के थे। उन्होंने रविवार को कक्कानाड स्थित अपने घर में अंतिम सांस ली। रिपोर्ट्स की मानें तो उनका स्ट्रोक का इलाज चल रहा था। वे अपने पीछे पत्नी सलमा जॉर्ज को छोड़ गए हैं।उनके अकस्मात निधन से मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में शोक की लहर दौड़ गई है। उन्होंने 1970 से लेकर 1990 के दशक तक मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में अपना अमूल्य योगदान दिया था। उनके इस योगदान के लिए उन्हें केरल सरकार का सबसे बड़ा सम्मान जे. सी डेनियल अवॉर्ड दिया गया था।
के. जी जॉर्ज की पहली फिल्म को मिला था नेशनल अवॉर्ड
24 मई 1946 को के. जी. जॉर्ज का जन्म तिरुवल्ला में हुआ था। उनका पूरा नाम कुलाक्कात्तिल गीवर्गीज जॉर्ज था। के. जी जॉर्ज ने पुणे के फिल्म एंड टेलीविज़न इंस्टिट्यूट ऑफ़ इंडिया (FTII) से डिप्लोमा लिया और डायरेक्टर रामू करिअत के असिस्टेंट के तौर पर अपने करियर की शुरुआत की। बतौर डायरेक्टर के. जी. जॉर्ज की पहली फिल्म 'स्वपंदनम' 1975 में रिलीज हुई थी, जिसे मलयालम सिनेमा की बेस्ट फीचर फिल्म का नेशनल अवॉर्ड मिला था। इतना ही नहीं, इस फिल्म को केरल स्टेट फिल्म अवॉर्ड्स के दौरान भी बेस्ट फिल्म के खिताब से नवाजा गया था।
के. जी. जॉर्ज की अन्य पॉपुलर फ़िल्में
के. जी. जॉर्ज की अन्य पॉपुलर फिल्मों में 'Ulkkadal', 'मेला', 'यवनिका', 'Lekhayude Maranam Oru Flashback', 'पंचावादी पालम', 'इराकल' और 'Mattoral'शामिल हैं। पूरे करियर में उन्होंने तकरीबन 22 फिल्मों में काम किया, जिनमें से 9 के लिए उन्हें केरल स्टेट फिल्म अवॉर्ड्स के दौरान बेस्ट फिल्म के अवॉर्ड से नवाजा गया था।
केरला स्टेट फिल्म डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन के चेयरमैन रहे
के. जी. जॉर्ज ने भारतन और पी. पद्मराजन के साथ मिलकर मलयालम सिनेमा में फिल्म मेकिंग के एक नए स्कूल की स्थापना की थी। वे मलयालम सिने टेक्निशियंस एसोसिएशन (MACTA) के फाउंडर और चेयरमैन भी रहे। वे केरला स्टेट फिल्म डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन के चेयरमैन भी रह चुके थे।
और पढ़ें…
परिणीति चोपड़ा ने संगीत सेरेमनी में पहना जो लहंगा, जानिए क्या है उसकी खासियत