पवन ने प्रेस मीट में बताया कि पास में मौजूद कंस्ट्रक्शन वर्कर्स ने तुरंत बच्चों को बचाया जिससे हादसे की गंभीरता कम हो गई। अल्लूरी सीताराम राजू जिले के आदिवासी इलाकों का दौरा खत्म करके पवन सिंगापुर गए। फिलहाल मार्क शंकर की हालत स्थिर बताई जा रही है। हालांकि, यह देखना बाकी है कि फेफड़ों में धुआं जाने से लंबे समय में क्या समस्याएं होती हैं।
मार्क शंकर के स्वास्थ्य के बारे में सिंगापुर से ताजा अपडेट मिली है। श्री पवन कल्याण हैदराबाद से सिंगापुर जाकर सीधे अस्पताल पहुंचे। मार्क को देखा। हाथ और पैर जलने के साथ-साथ फेफड़ों में धुआं भरने के कारण इमरजेंसी वार्ड में इलाज चल रहा है। वहां के डॉक्टरों और अधिकारियों से बात की। उन्होंने बताया कि मार्क ठीक हो रहा है, लेकिन फेफड़ों में धुआं भरने से होने वाली स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं की जांच की जा रही है।
भारतीय समयानुसार बुधवार सुबह उन्हें इमरजेंसी वार्ड से कमरे में शिफ्ट कर दिया गया। अस्पताल के डॉक्टरों ने बताया कि अगले तीन दिनों तक डॉक्टरों की निगरानी में जांच की जाएगी।