तमिल एक्टर विशाल ने सेंट्रल बोर्ड ऑफ़ फिल्म सर्टिफिकेशन (CBFC) पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाकर सनसनी फैला दी है। उनके आरोपों की जांच करने के लिए सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने एक सीनियर ऑफिसर को मुंबई भेज दिया है।
एंटरटेनमेंट डेस्क. तमिल फिल्मों के मशहूर एक्टर विशाल (Vishal) ने सेंट्रल बोर्ड ऑफ़ फिल्म सर्टिफिकेशन यानी CBFC में करप्शन होने के आरोप लगाकर हैरान कर दिया है। 46 साल के विशाल ने गुरुवार शाम सोशल मीडिया पर लगभग 4 मिनट का एक वीडियो शेयर किया, जिसमें उन्होंने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नाम संदेश दिया था। विशाल ने दावा किया कि उन्होंने अपनी फिल्म ‘मार्क अंटोनी’ (Mark Antony) के हिंदी वर्जन को CBFC से क्लियर कराने के लिए 6.5 लाख रुपए का भुगतान किया है। विशाल का वीडियो आने के बाद 24 घंटे से भी कम समय में केंद्र सरकार हरकत में आ गई है। केन्द्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालाय ने शुक्रवार को मामले की जांच करने के लिए एक सीनियर ऑफिसर को मुंबई भेज दिया है।
विशाल के आरोपों पर I&B मिनिस्ट्री का एक्शन
शुक्रवार को सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने मामले की जानकारी देते हुए ट्विटर पर लिखा, "एक्टर विशाल द्वारा सामने लाया गया CBFC में करप्शन होने का मामला बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। सरकार करप्शन के प्रति जीरो टॉलरेंस रखती है और इस मामले में जो भी संलिप्त पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के एक सीनियर ऑफिसर को आज ही मामले की जांच के लिए मुंबई भेजा गया है।" मिनिस्ट्री ने ट्वीट में आगे लिखा है, "हमारा सभी से आग्रह है कि मिनिस्ट्री के साथ को-ऑपरेट करें और CBFC में किसी भी तरह के हैरेसमेंट की जानकारी jsfilms.inb@nic.in पर दें।"
विशाल ने वीडियो के कैप्शन में क्या लिखा?
विशाल ने अपने वीडियो के कैप्शन में लिखा, “सिल्वर स्क्रीन पर करप्शन दिखाना अच्छा है। लेकिन असल जिंदगी में नहीं। हजम नहीं कर सकते। खासकर सरकारी दफ्तरों में और यहां तक कि CBFC के मुंबई ऑफिस में हालात बदतर हैं। मुझे अपनी फिल्म 'मार्क अंटोनी' के हिंदी वर्जन के लिए 6.5 लाख रुपए देने पड़े। 2 ट्रांजेक्शन हुए। 3 लाख रुपए स्क्रीनिंग के और 3.5 लाख रुपए सर्टिफिकेट के।”
विशाल आगे लिखते हैं, "अपने करियर में ऐसी सिचुएशन का सामना पहले कभी नहीं किया। आज फिल्म रिलीज होने के बाद संबंधित मीडिएटर को पैसा देने के अलावा कोई ऑप्शन नहीं था। क्योंकि बड़ा दांव लगा हुआ था। इसे महाराष्ट्र के माननीय मुख्यमंत्री और मेरे माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के ध्यान में ला रहा हूं। यह मेरे लिए नहीं, बल्कि भविष्य के निर्माताओं के लिए है। नहीं हो रहा। मेरी कड़ी मेहनत की कमाई करप्शन की भेंट चढ़ गई? बिल्कुल नहीं। सभी के लिए सबूत नीचे हैं। उम्मीद है कि हमेशा की तरह जीत सच की ही होगी।"
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