एंटरटेनमेंट डेस्क. रामानंद सागर (Ramanand Sagar) की रामायण (Ramayan) और इसके किरदारों को कौन भूल सकता है। आज भी जब सागर की रामायण का जिक्र होता है तो खुद ब खुद राम (अरुण गोविल), लक्ष्मण सुनील लहरी), सीता (दीपिका चिखलिया) की तस्वीरें आंखों के सामने आ जाती हैं। लेकिन इन किरादरों के अलावा रामायण का एक किरदार और भी जिसे भूला नहीं जा सकता और वो है रावण। सागर की रामायण में रावण का किरदार अरविंद त्रिवेदी (Arvind Trivedi) ने निभाया था, हालांकि, इस किरदार की वजह से उन्हें रियल लाइफ में काफी आलोचना झेलनी पड़ी थी। लेकिन कम ही लोग जानते हैं कि अरविंद रियल लाइफ में भगवन राम के भक्त थे। अरविंद की 86वीं बर्थ एनिवर्सरी पर उनसे जुड़े कुछ ऐसे फैक्ट्स बता रहे हैं, जिनके बारे में कम ही लोग जानते हैं...
टीवी सीरियल रामायण में रावण का किरदार निभाने वाले अरविंद त्रिवेदी अब इस दुनिया में नहीं हैं, लेकिन इसके बावजूद उनको याद किया जाता है। बताया जाता है कि अरविंद रामायण में रावण की जगह केवट का रोल करना चाहते थे और इसके लिए उन्होंने ऑडिशन भी दिया था। लेकिन रामानंद सागर ने अरविंद को रावण के रोल के लिए फाइनल किया। कहा जाता है कि पहले रामायण में अमरिश पुरी रावण का किरदार निभाने वाले थे, लेकिन उनसे बात फाइनल हो, उससे पहले ही सागर ने अरविंद को रामायण के लिए फाइनल कर लिया था।
अरविंद त्रिवेदी रियल लाइफ में भगवान राम के भक्त थे। रामायण की शूटिंग के दौरान उन्हें भगवान राम के बारे में बुरा बोलना पड़ता था, जो उन्हे पसंद नहीं था। इसलिए वे हर शूट के बाद प्रायश्चित करते थे और अलग-अलग तरह की भगवान की आराधना कर उनसे माफी मांगते थे। एक इंटरव्यू में अरविंद ने बताया था कि वे रामायण की शूटिंग शुरू करने से पहले भगवान राम और शिवजी की पूजा करते थे। शूटिंग के दौरान कई बार डायलॉग्स बोलते वक्त उन्हें भगवान राम की बुराई करनी पड़ती थी। इसलिए वे पूजा करने के दौरान माफी मांगते हुए कहते थे कि यदि उनके मुंह से कोई अपशब्द निकल जाए तो उन्हें माफ कर दें।
अरविंद त्रिवेदी ने एक इंटरव्यू में इस बात का भी खुलासा किया था कि उन्हें रावण बनने में करीब 5 घंटे का वक्त लगता था। उन्हें भारी-भरकम ज्वैलरी-मुकुट और कॉस्ट्यूम पहननी पड़ती थीं। उन्होंने यह भी बताया था कि हैवी ज्वैलरी और मुकुट की वजह से भी उन्हें काफी परेशानी भी होती थी। आपको बता दें कि टीवी सीरियल रामायण का प्रसारण जनवरी 1987 में शुरू हुआ था और जुलाई 1988 में यह बंद हो गया था। दूरदर्शन पर रामायण के करीब 78 एपिसोड प्रसारित हुए थे। हर एपिसोड से दूरदर्शन को 40 लाख रुपए की कमाई होती थी।
अरविंद त्रिवेदी बेसिकली गुजराती सिनेमा से थे। उन्होंने अपने 40 साल के करियर में तकरीबन 300 हिंदी और गुजराती फिल्मों में काम किया। वे गुजराती नाटकों का हिस्सा भी रहे। उन्हें रावण के रोल की वजह से घर-घर में पहचान मिली थी। उन्हें गुजराती फिल्मों में काम करने के लिए 7 बार बेस्ट एक्टर का अवॉर्ड भी मिला।
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