सोशल मीडिया पर इस तस्वीर को जमकर शेयर किया जा रहा है लोगों का कहना है कि ये हाल-फिलहाल में हुए किसी महिला मजदूर से जुड़ा मामला है।
नई दिल्ली. पूरे देश में इस समय लॉकडाउन लगा हुआ है और लोग सोशल मीडिया पर एक्टिव हैं। लॉकडाउन में अभी भी मजदूर अपने घरों को लौट रहे हैं। बहुत से मजदूरों की मौत की खबरें भी सामने आई हैं। तो कहीं कहीं दुर्घटना से भी प्रवासी मजदूरों ने जानें गंवा दीं। इस बीच एक दर्दनाक तस्वीर 5 जून से वायरल हो रही है। सोशल मीडिया पर इस तस्वीर को जमकर शेयर किया जा रहा है लोगों का कहना है कि ये हाल-फिलहाल में हुए किसी महिला मजदूर से जुड़ा मामला है।
फैक्ट चेकिंग में आइए जानते हैं कि आखिर क्या है?
वायरल पोस्ट क्या है?
एक मार्मिक तस्वीर जिसमें मुर्छित मां के पास बच्चा स्तनपान करता नजर आ रहा है। कांग्रेस नेता अर्चना डालमिया ने 5 जून, 2020 को यह तस्वीर ट्वीट की। तस्वीर में घटना का विवरण भी अर्चना ने लिखा। नहीं लिखा तो सिर्फ ये कि तस्वीर है किस समय की। ऐसे में इसे हाल ही की घटना मानकर लोगों ने सेम कैप्शन के साथ शेयर करना शुरू कर दिया।
क्या दावा किया जा रहा है?
दावा किया जा रहा है कि लॉकडाउन में पैदल घरों को लौटते किसी महिला मजदूर की रेलवे ट्रैक पर मौत हो गई थी। लोगों ने इस फोटो को शेयर कर कुछ कैप्शन नहीं लिखा लेकिन इसे हाल-फिलहाल के माहौल से जोड़कर शेयर किया जा रहा है।
फैक्ट चेक
तस्वीर को गूगल पर रिवर्स इमेज सर्च करने पर इंडिया टुडे वेबसाइट की एक खबर सामने आती है। खबर 26 मई, 2017 की है। तस्वीर भी वही है जो अर्चना डालमिया ने 5 जून, 2020 को शेयर की। घटना भी मध्यप्रदेश के दमोह की ही है।
यही खबर हिंदुस्तान टाइम्स की वेबसाइट ने 25 मई, 2017 को पब्लिश की है। इसमें तस्वीर को ब्लर किया गया है पर घटना की जानकारी विस्तार से है। खबर के अनुसार बुधवार (24 मई, 2017) को मध्यप्रदेश के दमोह जिले में रेलवे ट्रैक पर लोगों को मुर्छित हालत में एक महिला दिखी थी।
साथ में अपनी मां की हालत से अनजान बच्चा स्तनपान कर रहा था। जिस समय लोगों ने यह नजारा देखा, महिला जीवित थी। लेकिन, कुछ देर बाद उसने दम तोड़ दिया। इस तस्वीर और खबर ने तीन साल पहले पूरे देश को हिलाकर रख दिया था।
इन दो खबरों से यह स्पष्ट है कि तस्वीर तीन साल पुरानी है, जिसे हाल ही की घटना मानकर शेयर किया जा रहा है। कई ट्विटर यूजर्स ने कांग्रेस नेता अर्चना डालमिया के ट्वीट के जवाब में लिखा भी कि यह घटना पुरानी है और इसे अब शेयर करके वे लोगों को भ्रमित कर रही हैं। इसके बाद उन्होंने ट्वीट डिलीट कर लिया।
ये निकला नतीजा
तीन साल पुरानी तस्वीर को हाल ही की घटना की तरह शेयर करके लोगों को भ्रमित किया जा रहा है। लॉकडाउन में मजदूरों के पैदल घरों को लौटने से जोड़कर पुरानी वीडियो और तस्वीरें साझा की जा रही हैं। इससे लोग इमोशनल फूल बन रहे हैं।