दावा किया जा रहा कि, मनोज तिवारी ने चुनावी नतीजे घोषित होने से पहले ही हार मान ली और इसके लिए अपने ही पार्टी वर्कर और चुनिंदा नेताओं को जिम्मेदार ठहराया।
नई दिल्ली. विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी की बड़ी जीत हुई। बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा वहीं कांग्रेस ने इस बार भी खाता नहीं खोला। हालांकि भाजपा बहुमत का दंभ भरते हुए दिल्ली में सरकार बनाने की बात कर रही थी। अब इस बीच बीजेपी के दिल्ली ईकाई अध्यक्ष मनोज तिवारी के नाम से एक दावा सामने आया है। सोशल मीडिया पर मनोज तिवारी का एक ट्वीट वायरल हो रहा है जिसमें वो पार्टी के ही नेताओं को दिल्ली हारने की वजह बता रहे हैं। दिल्ली चुनाव के नतीजों के मद्देनजर इस ट्वीट का वायरल होना लाजिमी है।
सोशल मीडिया पर मनोज तिवारी के ट्विटर हैंडल को दर्शाती एक क्लिप वायरल हो रही है। ये एक स्क्रीनशॉट है जिसमें मनोज तिवारी के ट्विटर हैंडल के साथ लिखा है,"हम दिल्ली विधानसभा चुनाव हार रहे हैं क्योंकि हमारी दिल्ली लीडरशिप के कुछ नेता, जैसे प्रवीश वर्मा, हर्षवर्धन और रमेश बिधुरी पार्टी के खिलाफ काम कर रहे हैं। इनकी दुशमनी मुझसे है।"
क्या दावा किया जा रहा?
फर्जी ट्वीट का स्क्रीनशॉट इस दावे के साथ वायरल किया गया है कि राज्य में चुनाव से एक दिन पहले 7 फरवरी, 2020 को इसे ट्वीट किया गया और बाद में डिलीट किया गया था। चुनाव के नतीजे मंगलवार 11 फरवरी, 2020 को जारी हो रहे हैं ऐसे में तिवारी के नाम से ये ट्वीट जमकर वायरल हो गया। दावा किया जा रहा कि, मनोज तिवारी ने चुनावी नतीजे घोषित होने से पहले ही हार मान ली और इसके लिए अपने ही पार्टी वर्कर और चुनिंदा नेताओं को जिम्मेदार ठहराया।
वायरल इमेज को FekuExpress नाम के एक फेसबुक पेज ने शेयर किया था। पोस्ट को लगभग 182 शेयर और एक हजार प्रतिक्रियाएं मिली थीं।
फैक्ट चेकिंग
अब बात आती है कि क्या वाकई मनोज तिवारी ने दिल्ली में हार मान ली? क्या ये ट्वीट उनके अधिकारिक अकाउंट से किया गया है? तो हम आपको बता दें कि नहीं, ये ट्वीट मनोज तिवारी ने अपने अधिकारिक अकाउंट से नहीं किया है बल्कि ये एक फेक न्यूज है। जैसा कि फेकु एक्सप्रेस नाम के पेज ने इसे शेयर किया। दूसरा वायरल हो रहा ये स्क्रीनशॉट फर्जी है और इसे 'फेक ट्वीटर' नाम के ऐप का इस्तेमाल करके बनाया गया था। वहीं हमने तिवारी के ऑफिशियल ट्विटर अकाउंट पर जाकर देखा तो टाइमलाइन पर ऐसा कोई ट्वीट नहीं मिला। इसके उलट दिल्ली में तिवारी का बहुमत का दावा करते हुए एक ट्वीट ज्यादा चर्चा में है।
नतीजा
फेक ट्वीटर ऐप का उपयोग करके बनाया गया ये नकली ट्वीट दिल्ली चुनाव के मद्देनजर फर्जी दावों के साथ वायरल किया गया है। मीडिया में भी ऐसा कोई बयान मनोज तिवारी ने नहीं दिया।