सेना से पंजाबियों के निकालने का दावा फर्जी,बिपिन रावत की मौत के बाद मोदी की बुलाई मिटिंग के VIDEO से छेड़छाड़

वायरल वीडियो में जो दावा किया जा रहा है वो पूरी तरह से फेक है। हमने गूगल में सिंपल की वर्ड modi Cabinet Committee on Security Meeting Minister डाला। 

नई दिल्ली। सोशल मीडिया पर एक फर्जी वीडियो वायरल (हालांकि यह वीडियो अभी डिलीट हो चुका है) हो रहा है, जिसमें पंजाबियों को सेना से निकालने की बात की जा रही है। दावा किया जा रहा है कि सारे पंजाबियों को सेना से निकाल दो। कहा जा रहा है कि क्या आर्मी में मराठा रेजीमेंट और साउथ इंडियन सोलजर्स नहीं है। एक बार पंजाबियों को सेना से निकाल दिया जाए तो यह पता चलेगा ये कितने कारगर हैं। एक-एक को निकला दो, कोई फर्क नहीं पड़ेगा। इस वीडियो में अमित शाह समेत राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहाकार डोभाल तक दिख रहे हैं। फर्जी वीडियो का ऑडियो सुने। आइए इस वायरल वीडियो की पड़ताल करते हैं...

पड़ताल - Asianetnews Hindi की पड़ताल में वायरल वीडियो का दावा पूरी तरह से फर्जी है। हमने सबसे पहले गूगल में सिंपल की वर्ड modi Cabinet Committee on Security Meeting डाला। इसके बाद हमें 8 दिसंबर की कई खबरे मिलीं। गूगल के पहले ही स्क्रॉल में प्रधानमंत्री मोदी की सुरक्षा मिटिंग की कई खबरें और वीडियो मिले। बिपिन रावत सहित 13 लोगों की हेलीकॉप्टर क्रैश में मौत होने के बाद पीएम मोदी ने सिक्यूरिटी मिटिंग बुलाई थी। इसमें कैबिनेट कमीटी के सदस्यों रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, गृह मंत्री अमित शाह, एनएसए अजित डोभाल शामिल थे। मोदी सहित सभी लोगों ने 2 मिनट का मौन भी रखा। इस मिटिंग में मोदी ने घटनाक्रम का पूरा जायजा लिया। यहां देखें टाइम्स ऑफ इंडिया में पब्लिश 08 दिसंबर 2021 की पूरी खबर। 

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हिंदुस्तान टाइम्स में भी कैबिनेट मिटिंग की खबर को प्रकाशित किया गया था। पढ़ें 08 दिसंबर 2021 की खबर...।

गूगल में सर्च करने पर कई वीडियो मिले। ANI का एक वीडियो मिला, जो पीएमओ से जारी किया गया है। वर्जिनल वीडियो में कोई वाइस ओवर नहीं है, जबकि वायरल वीडियो को मॉफ्ड करके वाइस ओवर कर दिया गया है। यहां देखें ANI का पूरा लिंक

एक और पड़ताल - जो वीडियो वायरल किया जा रहा है, वह 07 जनवरी 2022 का है। जबकि गूगल में सर्च करने पर पता चला कि मोदी ने बिपिन रावत की मौत के बाद यह मिटिंग 08 दिसंबर 2021 को बुलाई थी। इसी वीडियो को मॉफ्ड करके वाइस ओवर किया गया है और भ्रामक बातें फैलाई जा रही हैं।

मिटिंग के बाद ANI ने भी PMO से जारी वीडियो को शेयर किया था, जिसमें मोदी के साथ राजनाथ, निर्मला सीतारमण, अमित शाह, राजनाथ सिंह दिख रहे हैं। मोदी ने यह मिटिंग 08 दिसंबर 2021 को बुलाई थी, नीचे मौजूद वीडियो उसी दिन का है। जबकि जो वीडियो वायरल हो रहा है वह 07 जनवरी 2022 का है।

 

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